नई दिल्ली, 3 मार्च (आईएएनएस)| भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर रायसीना डायलॉग 2 (Raisina Dialogue 2) शुभारंभ इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। गुरुवार को अपने उद्घाटन भाषण में, मेलोनी ने कहा कि भारत और इटली कानून के शासन में गहरा विश्वास रखते हैं, जहां एक एक मानव-केंद्रित दृष्टि, जिसमें लोकतंत्र, शांति, विज्ञान और प्रगति साथ-साथ चलती है। वैश्विक अशांति के समय में मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, युद्ध और तेजी से डिजिटल संक्रमण से उत्पन्न खतरों का सामना केवल अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संकल्प के माध्यम से ही किया जा सकता है।
मेलोनी ने यूरोप और इंडो-पैसिफिक के बीच बढ़ती कनेक्टिविटी और व्यापार और रणनीतिक साझेदारी के लिए इसके सकारात्मक प्रभाव की ओर इशारा किया। उन्होंने एक वैश्विक समूह के रूप में जी20 के महत्व को भी पहचाना, जो संयुक्त रूप से जटिल चुनौतियों का समाधान कर सकता है, और प्रधान मंत्री मोदी को जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत के हस्तक्षेप के लिए इटली के समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जी20 एजेंडे को आगे बढ़ाने की संयुक्त प्रतिबद्धता आपसी हित के कई क्षेत्रों में से एक है और भारत व इटली ने हाल ही में अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने का फैसला किया है।
इस अवसर पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। उन्होंने टिप्पणी की कि जब दुनिया अभूतपूर्व अनिश्चितता का सामना कर रही है, तब हर चुनौती के लिए समाधान करने के लिए एक सक्षम नेतृत्व मौजूद है। रायसीना डायलॉग, इस साल अपने आठवें संस्करण में, नई दिल्ली में 2-4 माच के बीच आयोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष के सम्मेलन का शीर्षक ‘प्रोवोकेशन, अनसर्टेन्टी, टबुर्लेंस: लाइटहाउस इन द टेम्पेस्ट?’ है। इस दौरान अस्थिरता पर बातचीत होगी, समाधान तलाशा जाएगा और एक सामूहिक योजना बनाकर सभी को प्रगति के पथ पर बढ़ाने में मदद की जाएगी। रायसीना डायलॉग 2023 में 100 से अधिक सत्र शामिल होंगे। इसमें पैनल चर्चा, राउंडटेबल्स, स्टूडियो सत्र और पांच विषयगत स्तंभों से जुड़े कार्यक्रम शामिल होंगे।
इस साल रायसीना डायलॉग में 100 से अधिक देशों के 2,500 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इनमें राज्य के सेवारत और पूर्व प्रमुख, मंत्री और कानूनविद, राजनयिक, नीति नियोजक, सैन्य अधिकारी, बहुपक्षीय संस्थानों के प्रमुख, व्यापारिक प्रमुख और प्रतिष्ठित विचारक शामिल हैं। रायसीना डायलॉग के सभी ओपन-डोर सत्रों को आधिकारिक रायसीना डायलॉग ट्विटर हैंडल ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।
गौरतलब है कि अपने आठ संस्करणों में, रायसीना डायलॉग ने खुद को भारत के प्रमुख भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक सम्मेलन के रूप में स्थापित किया है, जिसने दुनिया भर में वैश्विक सार्वजनिक नीति वातार्लापों को आकार दिया है।
रायसीना डायलॉग की मेजबानी ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन और विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है।