तीन चरणों में जम्मू कश्मीर का चुनाव, हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान, मतगणना 4 अक्टूबर को
By : hashtagu, Last Updated : August 16, 2024 | 5:22 pm
वहीं हरियाणा में 1 अक्टूबर को सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। यहां भी वोटो की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। यानी जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा के लिए डाले गए वोटो के नतीजे एक ही दिन 4 अक्टूबर को आएंगे।
चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में टोटल 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42 लाख 62 हजार महिला मतदाता हैं। पुरुष मतदाताओं की संख्या 44.46 लाख है। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख हैं। जबकि कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।
मतदाता सूची बनाने का काम जारी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव ने बताया कि 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी और 20 अगस्त को फाइनल मतदाता सूची तैयार हो जाएगी। सभी राजनीतिक दलों को इसकी कॉपी भिजवाई जाएगी।
पूरे जम्मू कश्मीर में करीब 11, 838 मतदाता केंद्र बनाए जा रहे हैं। यह मतदाता केंद्र कुल 9169 स्थानों पर बनाए जाएंगे। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 9506 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 735 मतदाता है। जम्मू कश्मीर में चुनाव आयोग ने इस बार 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाने का फैसला किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू कश्मीर में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 74 जनरल, 9 एसटी व 7 एससी सीटें हैं।
अमरनाथ यात्रा समाप्त होने के अगले दिन यानी 20 अगस्त को चुनाव का गजट नोटिफिकेशन किया जाएगा।
दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा चुनाव की घोषणा की। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू कश्मीर की पार्टियों ने सुरक्षा को लेकर निवेदन किया था। इसको देखते हुए फैसला लिया गया है कि प्रत्येक चुनाव मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। चुनाव आयुक्त ने बताया कि कश्मीर में चुनाव के साथ-साथ त्यौहार का भी मौसम है, फलों का भी सीजन है, केसर और सेब का भी सीजन है।
चुनाव आयोग के मुताबिक जम्मू कश्मीर का प्रत्येक मतदान केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के मुताबिक जम्मू कश्मीर और हरियाणा में प्रत्येक मतदान केंद्र पर सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में मतदान केंद्र पर जो लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी वे लोकतंत्र का एक बेहतरीन दृश्य पेश करती हैं। चुनाव के दौरान लगी हुई लंबी कतार एक केवल कतारें नहीं थी बल्कि वह जनता का भरोसा दिखाती हैं। हर कोई चुनाव में लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करना चाहता था।
उम्मीद और लोकतंत्र की ऐसी झलक से पता लगता है कि जनता बदलाव चाहती है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग न केवल बदलाव चाहते हैं बल्कि वे इस बदलाव का हिस्सा भी बनना चाहते हैं। लोगों ने बुलेट के मुकाबले बैलट को चुनने का फैसला किया।