कर्नाटक चुनाव: राहुल गांधी ने कहा- आरएसएस, बीजेपी बासवन्ना के विचारों पर हमला कर रहे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को कहा कि आरएसएस और भाजपा बसवन्ना (BJP Basavanna) के विचारों पर हमला कर रहे हैं।

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  • Updated On - April 17, 2023 / 09:49 PM IST

बीदर, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को कहा कि आरएसएस और भाजपा बसवन्ना (BJP Basavanna) के विचारों पर हमला कर रहे हैं। बीदर बासवन्ना (12वीं शताब्दी के समाज सुधारक) की कर्मभूमि है। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार अगर किसी ने लोकतंत्र की बात की और लोकतंत्र का रास्ता दिखाया तो वह बासवन्ना थे। कर्नाटक के हुमनाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी पूरे देश में लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं। बासवन्ना ने समान भागीदारी, समान प्रतिनिधित्व और सामूहिक विकास के बारे में सोचा। इन विचारों पर भाजपा और आरएसएस हमला कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि- वह देश में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं। बसवन्ना से बीजेपी की विचारधारा अलग है। बासवन्ना ने जो भी कहा, आरएसएस और भाजपा उसके खिलाफ हैं। उन्होंने दावा किया कि, कुछ ही दिनों में कर्नाटक में चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी 150 सीटों के साथ जीत रही है, 40 प्रतिशत कमीशन के साथ भाजपा सरकार को 40 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी।

राहुल गांधी ने कहा कि पहली कैबिनेट बैठक में कांग्रेस राज्य में लोगों से किए गए सभी चार गारंटी योजनाओं को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी की सरकार 40 फीसदी कमीशन लेने के लिए जानी जाती है। पीएम मोदी जहां भी जाते हैं भ्रष्टाचार की बात करते हैं। पीएम मोदी ने बीजेपी विधायक के बेटे के 6 करोड़ रुपये, नौकरी घोटाला, पीएसआई भर्ती घोटाला, असिस्टेंट प्रोफेसर नौकरी घोटाला पर अपना मुंह नहीं खोला है।

उन्होंने अपील की, कांग्रेस को 150 से ज्यादा सीटें जीतनी होंगी नहीं तो बीजेपी 40 फीसदी कमीशन के पैसे से विधायक खरीदने की कोशिश करेगी। भाजपा को 40 से अधिक सीटें नहीं मिलनी चाहिए और कांग्रेस को 150 से अधिक सीटें मिलनी चाहिए।

राहुल गांधी ने यूपीए सरकार द्वारा 2011 में एकत्र किए गए ओबीसी डेटा को जारी करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा- जब तक इसे सार्वजनिक नहीं किया जाता हम यहां से नहीं हटेंगे। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक 50 फीसदी आरक्षण खत्म नहीं कर दिया जाता और दलितों और आदिवासियों को आबादी के हिसाब से प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता।