केरल में ब्रेन-ईटिंग अमीबा का कहर, अब तक 19 मौतें
By : hashtagu, Last Updated : September 18, 2025 | 3:59 pm
Brain Eating Amoeba: केरल में एक बार फिर ब्रेन-ईटिंग अमीबा यानी Naegleria fowleri के कारण हड़कंप मच गया है। इस वर्ष अब तक राज्य में 72 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं और इनमें से 19 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से नौ मौतें केवल सितंबर महीने में हुई हैं। अधिकारियों ने इसे गंभीर स्थिति बताया है, हालांकि अब तक किसी एक क्षेत्र में क्लस्टर के रूप में फैलने की पुष्टि नहीं हुई है।
ब्रेन-ईटिंग अमीबा से होने वाली बीमारी को प्रायमरी अमीबिक मेनिन्जोएंसेफलाइटिस (PAM) कहा जाता है। यह अमीबा पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और सीधे दिमाग पर असर करता है, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी दुर्लभ तो है, लेकिन इसका असर जानलेवा होता है।
राज्य सरकार ने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच और निगरानी बढ़ा दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि इस साल कोई क्लस्टर आउटब्रेक नहीं हुआ है, लेकिन संक्रमण के मामले पूरे राज्य में अलग-अलग क्षेत्रों से सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है।
राज्य सरकार द्वारा गठित टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. अल्ताफ अली ने बताया कि स्थिति अभी नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि पहले जहां कुछ खास क्षेत्रों तक यह संक्रमण सीमित था, अब यह पूरे राज्य में फैल रहा है।
Naegleria fowleri आमतौर पर गर्म और गंदे पानी में पाया जाता है और नाक के जरिए शरीर में प्रवेश कर दिमाग तक पहुंचता है। संक्रमित व्यक्ति को शुरू में तेज सिरदर्द, बुखार, मतली, उल्टी और अंततः कोमा जैसी स्थिति हो सकती है। यह संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है और इलाज की बहुत सीमित समयसीमा होती है।
जनता को सलाह दी गई है कि वे गर्मी के मौसम में विशेष रूप से साफ पानी का ही उपयोग करें, नाक में पानी न जाने दें और यदि किसी भी प्रकार के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। सरकार बड़े स्तर पर जांच कर रही है ताकि प्रारंभिक चरण में ही मरीजों की पहचान की जा सके और उनका इलाज शुरू किया जा सके।
ब्रेन-ईटिंग अमीबा एक बार फिर केरल के लिए गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनकर उभरा है और इसे लेकर राज्यभर में हाई अलर्ट जारी किया गया है।