महाकुंभ 2025 : श्रद्धालुओं को शिकायत का मौका नहीं देगा परिवहन विभाग
By : hashtagu, Last Updated : January 5, 2025 | 7:21 pm
इसी क्रम में यूपी रोडवेज के कर्मचारियों को भी श्रद्धालुओं के साथ अच्छे व्यवहार की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की ओर से महाकुंभ को देखते हुए सभी चालकों और परिचालकों का पुलिस वेरिफिकेशन भी कराया गया है, ताकि श्रद्धालुओं की सेवा में जो भी स्टाफ लगे, उसकी पृष्ठभूमि आपराधिक छवि की न हो। इसके बावजूद यदि कोई स्टाफ किसी श्रद्धालु के साथ अभद्र व्यवहार करता है तो उसकी शिकायत विभाग में की जा सकेगी।
योगी सरकार की मंशा है कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में जो भी श्रद्धालु आएं, वो यहां से आतिथ्य सेवा की एक सकारात्मक छवि लेकर वापस जाएं। इसी क्रम में पुलिसकर्मियों से लेकर रोडवेज कर्मियों तक सभी की स्किल और बिहेवियर ट्रेनिंग कराई जा रही है। परिवहन विभाग की ओर से भी अपने स्टाफ की बिहेवियर ट्रेनिंग कराई जा रही है, क्योंकि अनुमान है कि बड़ी संख्या में लोग रोडवेज बसों के माध्यम से प्रयागराज आएंगे।
ऐसे में परिवहन विभाग श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए अपने स्टाफ को श्रद्धालुओं के साथ अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके साथ ही विभाग की ओर से सभी चालकों एवं परिचालकों का पुलिस वेरिफिकेशन भी कराया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्टाफ में कोई भी ऐसा व्यक्ति शामिल न हो जो श्रद्धालुओं के लिए किसी तरह का खतरा बन सके।
प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी ने बताया कि ऐसे सभी चालकों और परिचालकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराया गया है, जो प्रयागराज में बसों का संचालन करेंगे। इनमें प्रयागराज से संचालित होने वाली परिवहन विभाग की बसों के साथ-साथ अन्य जिलों से आने वाली बसों के चालक-परिचालक भी शामिल हैं। हमारा प्रयास है कि जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, वो परिवहन विभाग की सेवा और उसके कार्मिकों के प्रति एक अच्छी छवि लेकर वापस जाएं। इसके लिए समस्त स्टाफ की बिहेवियर ट्रेनिंग भी लगातार संचालित की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि स्टाफ को प्रेरित किया जा रहा है कि वो श्रद्धालुओं से अच्छी तरह पेश आएं और उन्हें बेहतर से बेहतर सेवा प्रदान करें। यदि इसके बावजूद किसी श्रद्धालु को किसी स्टाफ से शिकायत होती है या कोई स्टाफ का सदस्य किसी श्रद्धालु से दुर्व्यवहार करता है तो वो टोल फ्री नंबर पर या व्यक्तिगत रूप से विभाग में इसकी शिकायत कर सकता है। इसको संज्ञान में लेकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।