6 करोड़ का इनामी नक्सली सोनू दादा भूपति ने सीएम फडणवीस के सामने किया सरेंडर 60 साथियों ने भी डाले हथियार

वह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कई बड़े नक्सली हमलों और साजिशों में आरोपी रहा है। उसके पास से 50 से अधिक हथियार बरामद किए गए हैं।

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  • Updated On - October 15, 2025 / 12:08 PM IST

गढ़चिरौली, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले (Gadchiroli) में नक्सल आंदोलन को बड़ा झटका लगा है। 6 करोड़ रुपये के इनामी मोस्ट वांटेड नक्सली सोनू दादा उर्फ भूपति ने अपने 60 साथियों के साथ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इसे नक्सल आंदोलन के इतिहास का सबसे बड़ा सरेंडर माना जा रहा है।

69 वर्षीय मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ सोनू दादा उर्फ भूपति करीब 40 सालों से नक्सल संगठन में सक्रिय था। वह पोलित ब्यूरो का वरिष्ठ सदस्य और केंद्रीय कमेटी का हिस्सा रहा है। सोमवार देर रात उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और मंगलवार को औपचारिक तौर पर सीएम फडणवीस की मौजूदगी में हथियार डाल दिए।

सोनू दादा तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले का निवासी है और बीकाम डिग्री होल्डर है। वह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कई बड़े नक्सली हमलों और साजिशों में आरोपी रहा है। उसके पास से 50 से अधिक हथियार बरामद किए गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक, सोनू दादा ने पहले ही सरकार के समक्ष सरेंडर की इच्छा जताई थी। इसके बाद संगठन में अंदरूनी फूट भी देखने को मिली। सरेंडर के बाद सुरक्षा एजेंसियां सभी नक्सलियों से पूछताछ कर रही हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय कर चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में सैकड़ों नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। सरकार अब सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत मुख्यधारा में लाने की तैयारी कर रही है।