जम्मू-कश्मीर हिंदू संघर्ष समिति को नया नेतृत्व, अनूप पांडेय बोले- अशोक चक्र से छेड़छाड़ देशद्रोह
By : hashtagu, Last Updated : September 7, 2025 | 11:17 am
दिल्ली : जम्मू में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिंदू संघर्ष समिति (Hindu Samgharsh Samiti) ने जम्मू-कश्मीर इकाई के लिए अपने नए नेतृत्व की घोषणा की। समिति के राष्ट्रीय महामंत्री अनूप पांडेय ने जानकारी दी कि विवेक गुप्ता को जम्मू-कश्मीर हिंदू संघर्ष समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि आदित्य गुप्ता को प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस मौके पर पांडेय ने जहां संगठन के विस्तार की बात कही, वहीं उन्होंने भारत और उपमहाद्वीप में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गंभीर चिंता जताई।
अनूप पांडेय ने कहा कि भारत में कश्मीरी पंडितों के पलायन से लेकर श्रीलंका में तमिल हिंदुओं के नरसंहार तक और पाकिस्तान व बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार एक सुसंगठित सांस्कृतिक विनाश का हिस्सा हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य हिंदू पहचान को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं अलग-अलग नहीं बल्कि एक संरचनात्मक नरसंहार की श्रृंखला हैं।
समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी कोने में यदि हिंदुओं पर हमला होता है, तो वह भारत पर हमला माना जाएगा। क्योंकि हिंदू धर्म किसी भौगोलिक सीमा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सभ्यतागत पहचान है, जो हजारों वर्षों से चली आ रही परंपराओं पर आधारित है। उन्होंने आगे कहा कि बौद्ध, जैन और सनातन परंपराएं एक ही मूल संस्कृति से जुड़ी हैं, और इन्हें अलग-अलग कर प्रस्तुत करना ऐतिहासिक दृष्टि से भ्रामक है।
हिंदू संघर्ष समिति ने भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह भी मांग की कि कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका में हिंदुओं के साथ हुए अत्याचारों को आधिकारिक रूप से “नरसंहार” और “मानवता के विरुद्ध अपराध” के रूप में मान्यता दी जाए। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राजनयिक दबाव, जवाबदेही और ऐतिहासिक अन्याय की स्वीकृति अनिवार्य है।
इस दौरान अनूप पांडेय ने जम्मू-कश्मीर में संगठन की मजबूती को लेकर भी योजना साझा की। उन्होंने कहा कि विवेक गुप्ता और आदित्य गुप्ता के नेतृत्व में हिंदू संघर्ष समिति क्षेत्र में हिंदू हितों की रक्षा के लिए अपने संघर्ष को और तेज करेगी। उन्होंने दोनों नेताओं को शुभकामनाएं दीं और भरोसा जताया कि वे संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
इसके साथ ही पांडेय ने हाल ही में हजरतबल में राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र के साथ की गई छेड़छाड़ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जो लोग राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान करते हैं, वे कट्टरपंथी और राष्ट्रद्रोही हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हिंदू संघर्ष समिति ऐसे तत्वों की घोर निंदा करती है और यह स्पष्ट करती है कि भारत में संविधान सर्वोपरि है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान ही देश का मूल स्तंभ है, और उसी के अनुसार सभी नागरिकों को चलना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में हर व्यक्ति का पूजा-पद्धति का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन राष्ट्र धर्म ही सभी भारतीयों का साझा धर्म है। यही विचारधारा हिंदू संघर्ष समिति की मूल आत्मा है, और इसी के लिए यह संगठन समर्पित भाव से काम करता रहेगा।



