नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को ‘सुस्वागतम’ नामक एक पोर्टल लॉन्च किया, जहां अधिवक्ता, वादी और अन्य नागरिक सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश के लिए क्यूआर कोड-आधारित ई-पास (QR code-based e-pass) का अनुरोध कर सकते हैं। वेब-आधारित पोर्टल और मोबाइल-अनुकूल एप्लिकेशन वादियों और अन्य सभी को लंबी कतारों से बचाएगा, और शीर्ष अदालत में उन्हें पेपरलेस प्रवेश की सुविधा देगा।
उपयोगकर्ता शीर्ष अदालत परिसर के प्रवेश और निकास द्वार पर अपने ईपास के क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। प्रवेश/निकास सॉफ़्टवेयर उपयोगकर्ताओं को खुद को ऑनलाइन पंजीकृत करने और विभिन्न उद्देश्यों के लिए ई-पास का अनुरोध करने की अनुमति देता है – जैसे अदालत की सुनवाई में भाग लेना, कार्यालय ब्लॉक में जाना, वादियों का अधिवक्ताओं से मिलना, या प्रेस लाउंज में जाना आदि।
सुस्वागतम पोर्टल का 25 जुलाई से एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में परीक्षण किया गया था और इसे यूजर्स से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। परीक्षण चरण में पोर्टल के माध्यम से 10,000 से अधिक ई-पास जारी किए गए।
अपनी ज़रूरतों और पुलिस क्लीयरेंस प्रमाणपत्रों के आधार पर यूजर ई-पास के लिए अलग-अलग वैधता अवधि चुन सकते हैं। पोर्टल विभिन्न प्रकार के उपयोगकर्ताओं के लिए भूमिका-आधारित सुरक्षित लॉगिन भी प्रदान करता है जहां वे अपनी पहचान का प्रमाण अपलोड कर सकते हैं और पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान अपनी लाइव फोटो खींच सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुस्वागतम का शुभारंभ न्याय वितरण प्रणालियों तक नागरिक अनुकूल पहुंच को बढ़ावा देने और नवीनतम तकनीक के उपयोग के माध्यम से अदालत के संचालन और सेवाओं की सुविधा और दक्षता को बढ़ाने के लिए एक और कदम है। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने संविधान पीठ की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की और अपनी सुनवाई के लाइव ट्रांसक्रिप्शन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण तकनीक का इस्तेमाल किया।