ISS से बोले शुभांशु शुक्ला: हल्का सिर चकरा रहा है, पर अगले 14 दिन को लेकर रोमांचित हूं

ग्रुप कैप्टन शुक्ला और उनके तीन साथियों – पोलैंड के स्लावोस्ज उज़नांस्की-विस्नीव्स्की, हंगरी के तिबोर कापू और अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री डॉ. पेगी व्हिटसन – के साथ ISS पर सफलतापूर्वक डॉकिन्ग के बाद यह पहली बार था जब पूरी टीम एक साथ सामने आई।

  • Written By:
  • Publish Date - June 26, 2025 / 08:45 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Subhanshu Shukla) ने अंतरिक्ष से संदेश भेजते हुए कहा है कि वे “थोड़ा हल्का-फुल्का महसूस कर रहे हैं”, लेकिन यह भावनाएं उस रोमांच के आगे कुछ भी नहीं हैं जो वे और उनकी टीम अगले 14 दिनों में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए महसूस कर रहे हैं।

ग्रुप कैप्टन शुक्ला और उनके तीन साथियों – पोलैंड के स्लावोस्ज उज़नांस्की-विस्नीव्स्की, हंगरी के तिबोर कापू और अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री डॉ. पेगी व्हिटसन – के साथ ISS पर सफलतापूर्वक डॉकिन्ग के बाद यह पहली बार था जब पूरी टीम एक साथ सामने आई।

आईएसएस से आए वीडियो में चारों अंतरिक्ष यात्री एक हेल्दी ड्रिंक का आनंद लेते और मुस्कराते नजर आए।
शुक्ला ने कहा, “मैं थोड़ा सिर चकराने जैसा महसूस कर रहा हूं, लेकिन यह कोई बड़ी बात नहीं है, जो काम हमें अगले 14 दिनों में करने हैं, उन्हें लेकर हम बहुत उत्साहित हैं। यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बहुत बड़ा कदम है।”

उन्होंने अपने पहले के बयान को दोहराते हुए कहा, “मैं अपने कंधे पर तिरंगा लेकर गर्व महसूस करता हूं।”

शुक्ला का यह मिशन Axiom-4 का हिस्सा है, जिसमें उनका स्पेस कैप्सूल “Grace” नाम से परिक्रमा में पहुंचने के बाद जाना गया। यह एलन मस्क की कंपनी SpaceX के पांचवां और अंतिम Dragon कैप्सूल है।

इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए लखनऊ स्थित उनके स्कूल में परिवार, दोस्त और पुराने शिक्षक लाइव टेलिकास्ट देख रहे थे। जैसे ही कैप्सूल ने ISS से संपर्क साधा, वहां जश्न का माहौल बन गया।