महाकुंभ में भगदड़, मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान से पहले 30 महिलाएं घायल

यह घटना पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई, जिसके कारण अखाड़ों को कुछ समय के लिए अपना कार्यक्रम रोकना पड़ा।

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  • Publish Date - January 29, 2025 / 08:35 AM IST

महाकुंभ नगर, 29 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ (Mahakhumbh) के दौरान बुधवार को मौनी अमावस्या स्नान से पहले ही भगदड़ मच गई। इस हादसे में करीब 30 महिलाएं घायल हो गईं, जो संगम में स्नान करने के लिए जा रही थीं।

यह घटना पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई, जिसके कारण अखाड़ों को कुछ समय के लिए अपना कार्यक्रम रोकना पड़ा।

गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के पवित्र संगम से लगभग एक किलोमीटर दूर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बैरिकेड्स टूट गए और इसके कारण भीड़ में भगदड़ मच गई।

लोगों के कुचलने से कई महिलाएं बेहोश हो गईं, और जैसे ही वे जमीन पर गिरीं, भगदड़ मच गई। घायलों को तुरंत महाकुंभ मेला क्षेत्र के पास के अस्पताल में भेजा गया, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल महिलाओं को इलाज के लिए बेली अस्पताल और स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने इस घटना को बहुत डरावना बताया। इस घटना को देखने वाले जय प्रकाश स्वामी ने बताया, “वह महिला भीड़ के नीचे फंसी हुई थी और उठ नहीं पा रही थी। हम सब भीड़ में फंस गए थे। मैं सबसे पहले बाहर निकला, फिर मैंने बच्चों, पिता और मां की मदद की।”

कर्नाटक के बेलगावी से यात्रा करने वाली एक और प्रत्यक्षदर्शी विद्या साहू ने बताया, “हम बेलगावी, कर्नाटक से आए थे। हम बस चल रहे थे, तभी पीछे से लोगों ने हमें धक्का दिया और हम इधर-उधर घसीटने लगे। एक खंभा विपरीत दिशा में था, और सभी लोग उसी के पास फंस गए।”

महाकुंभ में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए डायवर्जन योजना लागू की गई और श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। श्रद्धालुओं के समूहों को शहर के बाहरी हिस्से में रोक दिया गया।

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान का बहुत आध्यात्मिक महत्व होता है, खासकर इस साल क्योंकि ‘त्रिवेणी योग’ का दुर्लभ खगोलीय संयोग है, जो हर 144 साल में एक बार होता है।

भगदड़ के बाद, अधिकारियों ने सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए और भक्तों से सतर्क रहने की अपील की।