बंगाल बंद के दौरान तनाव बढ़ा, दो भाजपा विधायक हिरासत में, भाटपारा में गोलीबारी

टीएमसी के कार्यकर्ता सड़कों पर इस बंद का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हमें देश को बचाना है, तो बीजेपी को हटाना पड़ेगा।

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  • Publish Date - August 28, 2024 / 12:01 PM IST

कोलकाता, 28 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) मामले को लेकर बंगाल में तनाव जारी है। पहले छात्र समुदाय ने इस घटना के विरोध में ‘नबन्ना मार्च’ निकाला। इसमें हजारों की संख्या में छात्रों ने हिस्सा लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की कार्यशैली पर गुस्सा जाहिर कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और अब इसके बाद बीजेपी ने आज (बुधवार) पूरे बंगाल में बंद का आह्वान किया है, जिसका तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया है।

टीएमसी के कार्यकर्ता सड़कों पर इस बंद का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हमें देश को बचाना है, तो बीजेपी को हटाना पड़ेगा।

बंगाल बंद के दौरान सबसे गंभीर घटना उत्तर 24 परगना जिले के भाटापारा से सामने आई है, जहां दो समूहों के बीच गोलीबारी हुई, जिसके बाद एक स्थानीय भाजपा समर्थक रबी सिंह को गोली लग गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

बैरकपुर से पूर्व लोकसभा सदस्य और भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने दावा किया कि घायल समर्थक और उसके कुछ साथियों को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर रोक लिया और उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। सिंह ने कहा, “बंद को विफल करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता सुबह से ही इलाके में आतंक मचा रहे हैं।”

हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है।

उधर, अगर बंगाल में बंद के असर की बात करें, तो इसका मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। कहीं दुकानों के शटर गिरे नजर आ रहे हैं, तो कहीं खुले। इसके अलावा, लोग व्यवसायिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों ने इस बंद के विरोध में दुकानें खोली। उनका कहना है कि हम इस बंद का पालन नहीं करेंगे। इसके अलावा, ड्राइवर भी गाड़ी चलाते नजर आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट पहना हुआ है। उनका कहना है कि अगर कहीं अप्रिय स्थिति पैदा होती है, तो हेलमेट उन्हें सुरक्षा प्रदान करेगा।

बता दें कि नबन्ना मार्च में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के बाद बीजेपी ने बंगाल बंद का आह्वान किया है। यह बंद 12 घंटे का है। टीएमसी इस बंद का विरोध कर रही है। ऐसी स्थिति में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं। पुलिस हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए है।

इसके अलावा, उत्तर दिनाजपुर में बंगाल बंद के दौरान आगजनी की खबर सामने आई है, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला है कि आखिर इसे किसने अंजाम दिया। मुर्शिदाबाद में बीजेपी समर्थकों की पिटाई कर दी गई, वो लोगों से बंद करने की अपील कर रहे थे।

बंगाल बंद पर बीजेपी नेता अग्निमित्रा पाल ने पत्रकारों से बातचीत में ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “इस सरकार का रवैया घिनौना है। सरकार कानून को नहीं मानती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना की है। यह सरकार महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने अक्षम है। लिहाजा हमारा विरोध प्रदर्शन इस सरकार के खिलाफ जारी रहेगा।”

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए नबन्ना मार्च के दौरान गिरफ्तार हुए छात्रों की रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की तानाशाही अब नहीं चलेगी। उन्होंने राज्यपाल को पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार का विरोध जरूरी है।

उधर, बंगाल में स्थिति तनावपूर्ण है। बंगाल बंद का विरोध करने वालों के खिलाफ बीजेपी के कार्यकर्ता खड़े हैं। उत्तर 24 परगना में ट्रेन को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यह कहकर रोक दिया कि बंद के दौरान इसे चलाया नहीं जा सकता। इस दौरान, कूचबिहार में बंद का विरोध कर रहे बीजेपी के दो विधायकों को हिरासत में लिया गया है। विधायक मालती राव रॉय और मिहिर गोस्वामी को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की पूरी कोशिश है कि बंद के दौरान राज्य में तनाव की स्थिति देखने को ना मिले, लेकिन इस बीच हावड़ा ब्रिज पर बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। यहां दुकानें खुली हैं, सड़कों पर आवागमन है। हालांकि, सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न हो।