पुरी में श्रीजगन्नाथ की भव्य रथयात्रा शुरू, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब, मोक्ष पाने को खींच रहे रथ

By : hashtagu, Last Updated : June 27, 2025 | 9:34 am

भुवनेश्वर / पुरी, ओडिशा: पुरी में भगवान श्रीजगन्नाथ की भव्य रथयात्रा (rathyatra) के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों की संख्या में भक्तों ने 12वीं सदी के प्राचीन श्रीजगन्नाथ मंदिर में एकत्र होकर इस पावन यात्रा की शुरुआत का साक्षी बनने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यह ऐतिहासिक यात्रा शुक्रवार को शुभ द्वितीया तिथि (शुक्ल पक्ष) पर प्रारंभ हुई, जो आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ मानी जाती है।

भगवान जगन्नाथ, उनके भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा इस नौ दिवसीय रथयात्रा में अपने निवास श्रीमंदिर से निकलकर गोंडिचा मंदिर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। भक्त उल्लास और भक्ति भाव से सराबोर होकर तीनों रथों — नंदीघोष (भगवान जगन्नाथ), तलध्वज (बलभद्र) और दर्पदलन (सुभद्रा) — को लगभग 3 किलोमीटर तक खींच रहे हैं। माना जाता है कि इस यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के दर्शन से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

जगन्नाथ संस्कृति के प्रसिद्ध विद्वान सूर्यनारायण रथ शर्मा ने रथयात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “रथयात्रा विश्व की सबसे प्राचीन रथ यात्रा है। ऐसा माना जाता है कि इस यात्रा में भगवान के दर्शन मात्र से भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है।”

राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने रथयात्रा को सुरक्षित और सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा, “हम पूरी तरह तैयार हैं। सभी धार्मिक अनुष्ठानों और व्यवस्थाओं की विस्तृत योजना बनाई गई है। महाप्रभु की कृपा और सभी श्रद्धालुओं के सहयोग से यह यात्रा दिव्यता और शांति के साथ सम्पन्न होगी।”

पुरी शहर को पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। रथयात्रा के दौरान लगभग 200 प्लाटून पुलिस बल, बीएसएफ, सीआरपीएफ की आठ कंपनियों सहित कुल 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है।

इस वर्ष पहली बार एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम भी स्थापित किया गया है। इसमें लगभग 275 एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रैफिक और भीड़ पर नजर रखी जा रही है। ये कैमरे पुरी टाउन, उत्तरा चौक और कोणार्क के बीच विभिन्न स्थानों पर लगाए गए हैं।