कौन हैं दुलारी देवी, जिनके हाथों से बनी मधुबनी साड़ी पहन निर्मला सीतारमण ने पेश किया बजट
By : hashtagu, Last Updated : February 1, 2025 | 12:02 pm
दुलारी देवी का जन्म बिहार के मधुबनी में एक मछुआरा समुदाय में हुआ है। उनका जन्म एक ऐसे परिवेश में हुआ, जहां महिलाओं का कला से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था और न ही उनके अंदर कभी इसे सीखने की कोई जिज्ञासा रही। लेकिन, उनके जीवन में कुछ ऐसी परिस्थितियां आईं कि उन्होंने मधुबनी पेंटिंग को अपने जीवन में पूरी तरह से आत्मसात कर लिया और यह उसी का नतीजा है कि आज वह इस शिखर पर हैं।
- दुलारी देवी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। बेहद ही अल्प आयु में उनकी शादी हो गई और महज 16 साल की उम्र में ही उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया था। उन्होंने लंबे समय तक एक घर में अपनी जीविका चलाने के लिए घरेलू सहायिका का काम किया। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रसिद्ध मधुबनी चित्रकार कर्पूरी देवी से हुई।
- कर्पूरी देवी ने उन्हें मधुबनी कला का ककहरा सिखाया। इसके बाद वह इस क्षेत्र में पारंगत हो गईं कि वह राष्ट्रीय स्तर की कलाकार बन गईं। मधुबनी पेंटिंग के क्षेत्र में प्रशंसनीय प्रदर्शन के लिए उन्हें पद्मश्री से भी पुरस्कृत किया गया।
दुलारी देवी द्वारा बनाई गई पेंटिंग लोगों के बीच में इसलिए भी चर्चा में रहती है, क्योंकि वह इसके जरिए सामाजिक मुद्दों को लेकर लोगों को जागरूक करती हैं। वह अब तक 1 हजार से भी अधिक पेंटिंग बना चुकी हैं, जिसके जरिए उन्होंने बाल विवाह, एड्स जागरूकता, भ्रूण हत्या को लेकर लोगों को जागरूक किया है।
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