आसमान में रचाई अनोखी शादी, दूल्हा-दुल्हन ने 70 फीट की ऊंचाई पर हवा में एक-दूसरे को पहनाई वरमाला

छत्तीसगढ़ के दुर्ग की इस्पात नगरी भिलाई में दूल्हा-दुल्हन ने हवा में 70 फीट की ऊंचाई पर एक-दूसरे को वरमाला डाली. इसके लिए दूल्हा और दुल्हन एयर बैलून में सवार हुए थे.

  • Written By:
  • Publish Date - November 27, 2022 / 10:46 AM IST

छत्तीसगढ़ के दुर्ग की इस्पात नगरी भिलाई में दूल्हा-दुल्हन ने हवा में 70 फीट की ऊंचाई पर एक-दूसरे को वरमाला डाली. इसके लिए दूल्हा और दुल्हन एयर बैलून में सवार हुए थे. लड़की के पिता अवधेश पांडेय ने कहा कि वो अपनी बेटी प्रीति की शादी कुछ अलग अंदाज में करना चाहते थे. इसके लिए राजस्थान से एयर बैलून मंगवाया.
यह बैलून इतना विशाल था कि उसके लिए बड़े ग्राउंड की जरूरत थी. इसके लिए सेक्टर-7 दशहरा मैदान में शादी का आयोजन तय किया. देर रात एयर बैलून दूल्हा दूल्हन को लेकर आसमान में उड़ा. इसके बाद 70 फीट की ऊंचाई पर दुल्हन प्रीति और दूल्हा रवि ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई.

एयर बैलून उड़ाने वाले एक्सपर्ट रोहिताश ने बताया कि वह और उनके साथी बीकानेर से यहां आए हैं. वह पहली बार भिलाई एयर बैलून लेकर आए हैं. पायलट की देखरेख में बैलून फ्लाई करता है. इसे रस्से से बांधकर कंट्रोल किया जाता है. इसमें एक बकेट होता है, जिसमें गैस सिलेंडर रखा होता है.
गैस से आग जलाकर बैलून में गर्म हवा भरी जाती है. इसी बकेट में दूल्हा-दुल्हन और पायलट सवार रहते हैं. रस्से के जरिए टीम के लोग खींचकर बैलून को ऊपर नीचे कर सकते हैं. इसके लिए 7 लोगों की टीम काम करती है. रोहिताश यह काम पिछले 20 सालों से कर रहे हैं.
भिलाई में जैसे ही दूल्हा दुल्हन को लेकर एयर बैलून हवा में उड़ा तो देखने के लिए आसपास के लोग अपनी छतों पर पहुंच गए. दूल्हा दुल्हन अपने हाथों में में वरमाला लेकर बैलून पर सवार थे.
वहीं, शादी में आए मेहमान नीचे खड़े होकर देख रहे थे. हवा में दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई. इसके बाद बैलून वापस नीचे खींच लिया गया. एयर बैलून को उड़ाने के समय टेक्नीशियन मौके पर चेक करते रहे.
दुल्हन के पिता अवधेश कुमार पांडे ने कहा कि बिटिया को हम परी मानते हैं. यही सोचकर परी के विवाह में वरमाला कार्यक्रम धरती और आसमान के बीच में किया है. वहीं, दूल्हा रवि तिवारी ने कहा कि हमने हार्ट बैलून में वरमाला डाली है, एहसास अच्छा है. कुछ नया है.