पटना, 26 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार में सियासी हलचल तेज है। प्रदेश की राजनीति में कभी भी सियासी समीकरण बदलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former Chief Minister Jitan Ram Manjhi) ने शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के दिन ही बदलाव के संकेत देकर सियासी पारा (Political mercury) को और बढ़ा दिया है। एनडीए की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने प्रदेश में बदलाव के संकेत देते हुए एक्स पर लिखा, “आज ही हो जाएगा का जी, खेला और क्या?”
इधर, मांझी ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अपनी सरकार के उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की मौजूदगी में नीतीश कुमार खुले मंच से 2005 के पहले लालू-राबड़ी सरकार में जंगल राज की याद दिलाते रहते हैं। कर्पूरी जयंती समारोह में भी सीएम ने परिवारवाद पर निशाना साधा था, उससे आप समझ सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वे नीतीश के एनडीए के साथ आने का विरोध नहीं करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा निर्णय भाजपा को लेना है। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा भी की। मांझी ने केंद्रीय मंत्री के आने और मुलाकात को औपचारिक बताया।