चंद्रबाबू बोले : आंध्र प्रदेश में हालात गैरमामूली, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री करें हस्तक्षेप

तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू (Former Chief Minister Nara Chandrababu Naidu) ने रविवार को

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  • Updated On - August 13, 2023 / 09:42 PM IST

अमरावती, 13 अगस्त (आईएएनएस)। तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू (Former Chief Minister Nara Chandrababu Naidu) ने रविवार को यह कहते हुए कि आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा लोकतंत्र पर हमले से ‘असाधारण स्थिति’ बनी हुई है, राज्य को व्यवस्थित करने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की।

तेदेपा अध्यक्ष ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग-अलग पत्रों में राज्य में व्याप्त अराजकता पर गंभीर चिंता जताााईई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के ‘विकृत दिमाग’ से किए गए अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कृत्यों के कारण राज्य के पांच करोड़ लोग अभूतपूर्व और सबसे कष्टदायक समय से गुजर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में वह राज्य में व्याप्त कुशासन की ओर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। यह बताते हुए कि कैसे जगन ने सत्ता में आने के तुरंत बाद ‘प्रजा वेदिका’ को ध्वस्त करके ‘विनाश का शासन’ चलाया, चंद्रबाबू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अमरावती पर न्यायपालिका को आगे बढ़ाकर तुच्छ मामलों पर सार्वजनिक धन का दुरुपयोग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जगन द्वारा प्रदर्शित घोर उपेक्षा के कारण नौकरशाहों को सबसे अधिक अवमानना के मामलों का सामना करना पड़ रहा है, जैसा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया। उन्होंने उन्हें यह भी बताया कि कैसे राज्य चुनाव आयुक्त (एसईसी) और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को परेशान किया गया है और कैसे एसईसी ने सुरक्षा के लिए केंद्र से संपर्क किया है।

चंद्रबाबू ने पत्रों में उल्लेख किया है कि जगन ने पूरी चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने का प्रयास किया है और ‘स्वयंसेवकों’ को अवैध नौकरियों का सहारा लेने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

उन्‍होंने पत्रों में कहा, “मुख्यमंत्री ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में एक ऐसे व्यक्ति को नियुक्त किया है, जो हिंदू परंपराओं में विश्‍वास नहीं करता और भगवान वेंकटेश्‍वर के दर्शन के लिए जाने से पहले गैर-हिंदुओं द्वारा एक घोषणापत्र प्रस्तुत करने की परंपरा थी, जिसे खत्म कर दिया है जो अनिवार्य है। पिछले चार वर्षों में हिंदू मंदिरों पर हमलों की 250 से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं, जबकि वक्फ बोर्ड और चर्चों की संपत्तियों पर अतिक्रमण किया जा रहा है।”

तेदेपा सुप्रीमो ने कहा कि राज्य में अराजकता का बोलबाला है और अपराधियों का बोलबाला है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को किसी और ने नहीं, बल्कि एक सांसद के परिवार के सदस्यों ने फिरौती दी थी। हाल ही में इस साल जून में विशाखापत्तनम से उसी संगठन से संबंधित।

चंद्रबाबू नायडू ने उन घटनाओं का भी उल्लेख किया कि कैसे एक 14 वर्षीय लड़के उमानाथ को जिंदा जला दिया गया और कैसे वाईएसआरसीपी के एक विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) ने अपने ही ड्राइवर की हत्या कर दी और शव परिवार के सदस्यों को सौंप दिया। यह कहते हुए कि सोशल मीडिया और राज्य मशीनरी के माध्यम से समझदार आवाजों को परेशान किया जा रहा है, चंद्रबाबू ने चिंता व्यक्त की कि राज्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को बेरहमी से निशाना बनाया जा रहा है।

तेदेपा सुप्रीमो ने कहा, “60 वर्षीय महिला, पी रंगनायकी, जिन्होंने 2020 में एलजी पॉलिमर गैस रिसाव घटना पर राज्य सरकार की प्रतिक्रिया के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से 10 सवाल पूछे थे, उन पर आईपीसी और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए और उन्हें जेल में डाल दिया गया।”

यह कहते हुए कि आंध्र प्रदेश ड्रग्स और अपराधियों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन गया है, चंद्रबाबू ने खेद व्यक्त किया कि नशीली दवाओं का व्यापार राज्य में अपराध को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा, राज्य में गांजा गिरोह और ब्लेड गिरोह फल-फूल रहे हैं और जब टीडीपी ने इसका जिक्र किया, तो मंगलागिरि में पार्टी मुख्यालय पर वाईएसआरसीपी के गुंडों ने हमला कर दिया, जिसमें पार्टी कार्यालय के कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा जारी ‘भारत में तस्करी’ पर 2021-22 की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से राज्य को नशीली दवाओं के दुरुपयोग में अग्रणी बताया गया है।