छत्तीसगढ़। एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को घेरा। कहा कि वे बताएं कि उत्तराखंड के गढ़मुक्तेश्वर में आखिर किसका रिसार्ट है। इनके बेटे की संपत्ति सिर्फ 10 साल में कैसे दस गुना हो गई। इन बेनामी संपत्ति की जांच में आखिर क्यों निष्पक्षता नहीं बरती गई। कहा कि चिंटफंड के 600 करोड़ रुपये के घोटाले की रकम से मनी लांड्रिग का मामला बनता था।
रमन सिंह बताएं कि जब चिटफंड घोटाला होने के बावजूद उसके बंद आफिस को खुलवाकर क्यों उदघाटन किया जा रहा था। ताज्जुब है कि संवैधानिक पदों पर बैठे उनके लोग ही चिंटफंड कंपनियों के कार्यालयों का उद्घाटन करने में लगे रहे। उन्होंने नान घोटाले के सवाल पर फिर कहा कि रमन सिंह जब सीएम को नान घोटाले के चिंतामणि कहते हैं तो हमें बताएं कि नान डायरी में पैसे की अफरा तफरी में सीएम साहब और सीएम मैडम कौन हैं। इसका जिक्र तक जांच की फाइनल रिपोर्ट में नहीं किया गया। रमन सिंह बताए कि कोर्ट के केस में उनका नाम आखिर क्यों नहीं लिया गया।
जरा बता दीजिए..गढ़ मुक्तेश्वर में किसका रिसॉर्ट है? pic.twitter.com/HxVZG3kCOR
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 11, 2022
उन्होंने तंज कसते हुए कि डॉक्टर रमन सिंह सोशल मीडिया पर सिर्फ कुछ बयानबाजी देकर बखेड़ा कर देते हैं। वे किहीं अब नहीं निकलते क्योंकि जनता उनके और उनकी पूर्ववर्ती सरकार की चाल के चलते ही सत्ता से बाहर होना पड़ा। नान और चिटफंड घोटालों से छत्तीसगढ़ की गरीब जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा डूब गया। इसी कारण मैं चिटफंड और नान घोटाले का जिक्र करता हूं। डॉक्टर रमन सिर्फ आरोप लगाना जानते हैं। सीएम ने कहा कि चिटफंड और नान घोटाले की भी जांच सीबीआई और ईडी से करना चाहिए। जबकि इनके पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाला चाहे किसी दल का हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।