कट्टर लोग कह रहे हैं ‘मर जा मोदी’, देश कह रहा है ‘मत जा मोदी’ – जीत के बाद बोले पीएम मोदी
By : hashtagu, Last Updated : March 3, 2023 | 12:02 am
पूर्वोत्तर में मिली जीत पर भाजपा मुख्यालय में अपने संबोधन की शुरूआत में प्रधानमंत्री ने अपने सरकार के मंत्रियों, नेताओं और कार्यकतार्ओं से मोबाइल का फ्लैश लाइट जलवा कर नॉर्थ ईस्ट की जनता को समर्थन के लिए धन्यवाद भी कहा। अपने संबोधन में कांग्रेस और लेफ्ट दलों पर तीखा निशाना साध कर, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर सवाल उठाकर और अल्पसंख्यक समुदाय एवं भाजपा की छवि का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 में होने वाले लोक चुनाव का एजेंडा भी सेट करने का प्रयास किया।
त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के चुनावी नतीजे पर आए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने इन राज्यों का और जनादेश का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिल में भारत को जोड़ने की भावना है ही नहीं। कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा कि एक राज्य में दोस्ती और दूसरे राज्य में कुश्ती हो रही है। वास्तव में ये दोनों दल मिलकर केरल में भी जनता को लूट रहे हैं।
उन्होंने गोवा के बाद नॉर्थ ईस्ट में लगातार मिल रही जीत का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर भाजपा की छवि के बारे में भ्रम फैला रखा था लेकिन भाजपा की जीत ने इसकी पोल खोल दी है।
नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के लिए भाजपा सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय पर यहां की चर्चा चुनावी हिंसा के लिए हुआ करती थी लेकिन भाजपा ने नॉर्थ ईस्ट की राजनीति की दशा और दिशा ही नहीं बदली बल्कि आज इस पूरे क्षेत्र में माहौल पूरी तरह से बदल गया है।
विजय अभियान
प्रधानमंत्री ने भाजपा के विजय अभियान के रहस्य का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा की जीत का राज ‘त्रिवेणी’ में छिपा हुआ है। इसकी पहली शक्ति- भाजपा सरकारों के कार्य, दूसरी शक्ति- भाजपा सरकारों की कार्य संस्कृति और तीसरी शक्ति भाजपा कार्यकतार्ओं का सेवा-भाव है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल में बार-बार नॉर्थ-ईस्ट जाकर उन्होंने दिलों को जीता है और यही उनके लिए सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट अब दिल और दिल्ली दोनों से दूर नहीं है और उन्हें यह संतोष भी है कि पूर्वोत्तर के लोगों को यह अहसास हो रहा है कि अब उनकी उपेक्षा नहीं होती।
उन्होंने इस जीत के लिए भाजपा कार्यकतार्ओं को भी बधाई देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में कार्य करना भाजपा कार्यकतार्ओं के लिए बहुत आसान नहीं रहा है,उन्हें हिंसा का भी सामना करना पड़ा लेकिन जब समर्पित कार्यकर्ता होते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि पहले त्रिपुरा में ये हाल था कि एक पार्टी के अलावा दूसरी पार्टी का एक झंडा तक नहीं लगाया जा सकता था। अगर किसी ने लगाने की कोशिश की तो उसे लहूलुहान कर दिया जाता था। लेकिन इस बार इन चुनावों में हमने कितना बड़ा परिवर्तन देखा है। अब हम नई दिशा पर चल पड़ा हुआ पूर्वोत्तर देख रहे हैं।