हार के डर से माकपा ‘बम’ रणनीति का सहारा ले रही है : केरल के नेता प्रतिपक्ष सतीसन
By : hashtagu, Last Updated : April 7, 2024 | 9:13 pm
- सतीसन ने कहा, “बम बनाने की संस्कृति, जिसमें माकपा सक्रिय रूप से शामिल है, मतदाताओं को डराने के लिए है क्योंकि उन्हें अब एहसास हो गया है कि वे चुनाव में हारने वाले हैं। इसलिए, अब उनका लक्ष्य चुनावों के सुचारू संचालन को विफल करना है।
उनकी टिप्पणी माकपा का गढ़ माने जाने वाले कन्नूर में हाल ही में हुए बम विस्फोट के मद्देनजर आई है, जहां से विजयन सहित शीर्ष नेता आते हैं। शुक्रवार को जब कुछ लोग एक देशी बम तैयार कर रहे थे तो उसमें विस्फोट हो गया। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
- विपक्ष ने इस घटना के लिए माकपा को दोषी ठहराया, हालांकि पार्टी के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने रविवार को सीधे तौर पर पार्टी की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा, “पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है और उनकी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता इसके पीछे नहीं है। वास्तव में, इसके पीछे वे लोग हैं जो पार्टी के खिलाफ हैं।”
- सतीसन ने सवाल किया कि अगर गोविंदन ने जो कहा वह सच है, तो इलाके के माकपा नेताओं को मृतक (शेरिन) के घर जाते क्यों देखा गया।
उन्होंने पूछा “इससे भी अधिक, उनकी पार्टी की उम्मीदवार के.के. शैलजा (जो बडागरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं) के साथ शेरिन की तस्वीरें सामने आई हैं। यह कैसे?”
इसके अलावा, कन्नूर में प्रमुख माकपा नेताओं में से एक पी. जयराजन ने शेरिन के घर जाने वाले पार्टी के स्थानीय नेताओं का बचाव किया। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि वे इसलिए गए हों क्योंकि वे मृतक के रिश्तेदारों को जानते हों और इसे उसी तरह से देखने की ज़रूरत है।”
इस बीच, घायल व्यक्तियों में से एक विनीश ने विस्फोट में अपने दोनों हाथ खो दिए। पुलिस ने उसे बम बनाने में शामिल तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुछ लोग फरार हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों को माकपा समर्थक माना जाता है। केरल में 20 नये लोकसभा सदस्यों को चुनने के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा।
यह भी पढ़ें : ‘1984 सिख दंगा तत्कालीन सरकार द्वारा था प्रायोजित, मोदी राज में मिला इंसाफ’…दर्दनाक दंश ‘झेलने’ वालों की जुबानी