पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर बोले, अपराधियों के लिए स्वर्ग बना छत्तीसगढ़, जानें, आखिर क्यों किए कांग्रेस पर तीखे वार

By : prafullpare, Last Updated : December 14, 2022 | 5:45 pm

रायपुर । प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार चार साल पूरे करने जा रही और उसने आगामी सत्रह तारीख को राज्य भर में गौरव दिवस मनाने का ऐलान किया है। जिस पर भूपेश सरकार के चार बरस के कार्यकाल की तीखी आलोचना करते हुए प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता और भाजपा प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा है कि भूपेश बघेल गौरव दिवस के नाम पर अपनी खुद की पीठ थपथपा रहे हैं जबकि प्रदेश में कानून व्यवस्था से लेकर सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है. पूरा प्रदेश अपराधियों के लिए स्वर्ग बन गया है और प्रदेश ठेके पर चल रहा है।

हैशटेग यू से बातचीत में अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों की नियुक्ति तक ठेका सिस्टम पर हो रही है. उन्हें वसूली का टारगेट दिया जा रहा है। जब अधिकारी खुद बोली लगाकर पोस्टिंग हासिल कर रहा और सरकार के लिए वसूली कर रहा है तो वह कानून व्यवस्था और विकास पर क्यों ध्यान देगा. चंद्राकर ने कहा कि जिस राज्य में अवैध वसूली का लक्ष्य निर्धारित हो वहां नागरिक जीवन की सुरक्षा कोई मायने नहीं रखती। कांग्रेस की सरकार ने नए नए अपराधों को शरण दे रखी है, यह पहला राज्य है जहां चर्चित ऑनलाइन सट्टा के महादेव एप का विज्ञापन छपता है। उन्होंने सरकार पर अवैध शराब की बिक्री को बढ़ावा देने का आरोप लगते हुए कहा कि यह सरकार पडोसी राज्य झारखंड को भी अवैध शराब की बिक्री का फार्मूला बता रही है और भी इस अवैध बिक्री शामिल भी है. प्रदेश में शराब की अवैध बिक्री को मान्यता प्राप्त है और यह राज्य बीते चार सालों में अपराधियों के लिए स्वर्ग बन गया है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए अजय चंद्राकर ने कहा कि यहाँ गृह विभाग के मंत्री कानून व्यवस्था को ठीक करने की बजाय सरकारी समारोह में टेंट लगाने में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं।

Ajay Chandrakar

अजय चंद्राकर ने कहा, भूपेश बताएं, वो किस बात का मना रहे गौरव दिवस

भूपेश सरकार द्वारा गौरव दिवस की घोषणा पर चंद्राकर ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बताएं वो किस बात का गौरव दिवस मना रहे हैं। प्रदेश को कर्ज में डुबाने के लिए, आरक्षण ना देने के लिए, बेरोजगारी के लिए, प्रधानमंत्री आवास योजना को प्रदेश में बंद करने के लिए, कानून व्यवस्था ख़राब करने के लिए और अवैध शराब को बढ़ावा देने के लिए।

चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार उपलब्धियों के नाम पर शून्य है। यह सरकार एक वाट बिजली अतिरिक्त पैदा नहीं कर पाई और एक इंच जमीन की सिंचाई नहीं बढ़ी। अल्पकालिक ऋणों को छोड़ एक किसान का कर्ज माफ़ नहीं हुआ। पूर्ण शराबबंदी के वादे से भी यह सरकार मुकर गई बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिला। किसानों और बुजुर्गों को भी पेंशन नहीं मिली।

प्रदेश में बीते चार सालों में हुए उपचुनावों में भाजपा की हार पर भाजपा नेता चंद्राकर ने कहा कि उपचुनावों के नतीजे सरकार की दशा और दिशा तय नहीं करते असली परीक्षा तो आम चुनाव में ही होती है और अब प्रदेश में सरकार की नीतियों के खिलाफ माहौल बनने लगा है।

बोले, भूपेश केंद्र के साथ मिलकर एक भी कार्यक्रम तक नहीं बनाया

केंद्र सरकार के द्वारा राज्य की उपेक्षा पर चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश के मुखिया इस मसले पर राज्य को गुमराह कर रहे हैं केंद्र अपनी सारी योजनाओं की राशि प्रदेश को देता है लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज तक केंद्र के लिए धन्यवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया और तो और केंद्र की योजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र के साथ मिलकर कोई कार्यक्रम नहीं बनाया। चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री को केंद्र पर उपेक्षा का आरोप लगाने से पहले यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार विपक्ष के विधायकों को कितना महत्व देती है विधायकों को उनके क्षेत्र में होने वाले सरकारी कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता इसलिए उनका यह आरोप निराधार है।

Ajay Chandrakar

कहा, जिस पार्टी का कोई विचार नहीं, वह दूसरों को क्या प्रशिक्षण देगी

देश और प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए आने वाले समय में होने वाले युवक कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता चंद्राकर ने कहा कि जिस पार्टी कोई विचार ही नहीं है वह दूसरों को क्या प्रशिक्षण देगी, कांग्रेस केवल एक परिवार की वंदना करना जानती है और उसी का प्रशिक्षण दे सकती है. कांग्रेस को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि राष्ट्र को लेकर उसकी नीति क्या है. कांग्रेस का अपना कोई विचार नहीं है.. जिस वामपंथ के खिलाफ वह केरल में चुनाव लड़ती है उसी वामपंथ के साथ मिलकर वह बंगाल में चुनाव लड़ती है. मुस्लिम लीग के साथ भी हाथ मिलाती है और शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनती है. इसलिए कांग्रेस पहले नीति साफ़ करे।