नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को सीधे चुनौती दी थी कि संसद में उनके “वोट चोरी” वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चर्चा की जाए, लेकिन शाह की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बहस के दौरान दोनों के बीच हुई तीखी नोकझोंक के एक दिन बाद राहुल गांधी ने दावा किया कि शाह “दबाव में नजर आए”।
राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, “उन्होंने गलत भाषा का इस्तेमाल किया। उनके हाथ कांप रहे थे। आपने यह देखा होगा। वह मानसिक दबाव में थे, संसद में यह साफ दिखा और पूरे देश ने इसे देखा।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को खुले तौर पर चुनौती दी थी कि उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस पर संसद में चर्चा की जाए, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। “मैंने जो बातें उठाईं, उन्होंने उनमें से किसी का जवाब नहीं दिया, कोई सबूत भी नहीं दिया। आप सब सच्चाई जानते हैं,” राहुल गांधी ने कहा।
राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया था कि बहस के दौरान गृह मंत्री का रवैया “पूरी तरह रक्षात्मक” था और “वोट चोरी देश से बड़ा विश्वासघात है”। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शाह ने पारदर्शी वोटर लिस्ट, ईवीएम और मुख्य चुनाव आयुक्त को दिए जा रहे संरक्षण से जुड़े सवालों पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
चुनावी सुधारों पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी सहित विपक्ष के कई सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट भी किया। बाद में राहुल गांधी ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि “वोट चोरी” पर गृह मंत्री का जवाब “घबराहट भरा और बचाव में दिया गया” था।