कर्नाटक कांग्रेस का दावा, सिद्दारमैया को जान का खतरा; बीजेपी ने कहा, नफरत की राजनीति कर रही है कांग्रेस

कर्नाटक कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Siddaramaiah) को जान का खतरा है। पार्टी ने भाजपा के पूर्व मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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  • Updated On - May 25, 2023 / 06:09 PM IST

बंगलुरू, 25 मई (आईएएनएस)| कर्नाटक कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Siddaramaiah) को जान का खतरा है। पार्टी ने भाजपा के पूर्व मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एम. लक्ष्मण ने गुरुवार को मैसूर में कहा कि सीएम सिद्दारमैया (Siddaramaiah)  को अब भी बीजेपी से जान का खतरा है।

उन्होंने कहा, हम पूर्व मंत्री अश्वथ नारायण के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मैसूरु के पूर्व शासक टीपू सुल्तान की तरह सिद्दारमैया (Siddaramaiah)  को खत्म करने का उनका बयान अभी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सिद्दारमैया (Siddaramaiah)  पर हमला किए जाने की संभावना है। लक्ष्मण ने आगे कहा, अगर सिद्दारमैया को कुछ होता है, तो बीजेपी और अश्वथ नारायण पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। अश्वथ नारायण को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, हमने मैसूर के देवराजा पुलिस थाने में अश्वथ नारायण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने सदन के अध्यक्ष को इस संबंध में पहले ही सूचित कर दिया है। लक्ष्मण ने कहा कि बयान के पीछे की मंशा का पता लगाया जाना चाहिए। उधर अश्वथ नारायण ने गुरुवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी राज्य में नफरत की राजनीति कर रही है।

अश्वथ नारायण ने दावा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही पुलिस पर दबाव बनाकर उनके खिलाफ एफआईआर करा दी गई। उन्होंने दावा किया, मैंने मैसूर के तत्कालीन शासक टीपू सुल्तान के प्रति सिद्धारमैया के प्रेम पर बयान दिया था। मेरी उनसे कोई जातीय दुश्मनी नहीं है। उन्होंने कहा, मैंने अपने बयान के लिए माफी भी मांगी थी। मामला वहीं खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। सत्ता में आने के बाद कांग्रेस नफरत की राजनीति कर रही है।

विवादित बयान 15 फरवरी को मांड्या जिले के सथानूर गांव में चुनाव प्रचार के दौरान दिया गया था। कांग्रेस नेताओं ने इस संबंध में 17 फरवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लक्ष्मण ने शिकायत में कहा था कि अश्वथ नारायण ने सिद्दारमैया को खत्म करने का आह्वान कर सार्वजनिक रूप से लोगों को भड़काया है।

अश्वथ नारायण ने कहा था, मांड्या के लोग कुछ भी हासिल कर सकते हैं। शुरूआत मांड्या से होनी चाहिए। अन्यथा टीपू प्रशंसक सिद्दारमैया सबसे आगे आ जाएंगे। आप तय करें कि आप टीपू चाहते हैं या सावरकर। उरी गौड़ा और नन्जे गौड़ा ने टीपू के साथ क्या किया। उन्होंने उसे खत्म कर दिया। इसी तरह सिद्दारमैया को भी खत्म कर देना चाहिए।

अश्वथ नारायण बेंगलुरु में मल्लेश्वरम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और भाजपा के प्रमुख वोक्कालिगा नेताओं में से एक हैं। वह ऑपरेशन कमल में सबसे आगे थे, जिसने 2019 में जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार के गिरने के बाद भाजपा को सत्ता में लाया था।