हैदराबाद, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव (KTR) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी आरएसएस नेता रेवंत रेड्डी के तहत काम कर रही है और सांप्रदायिक हिंसा भड़का रही है।
उन्होंने दावा किया कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सवाल उठाया था कि एक आरएसएस नेता को तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी का प्रमुख क्यों बनाया गया।
केटीआर ने पूछा, “क्या रेवंत रेड्डी खुलेआम बयान दे सकते हैं कि उन्होंने आरएसएस के लिए काम नहीं किया और वह मुसलमानों से नफरत नहीं करते।”
केटीआर ने जगतियाल में एक सार्वजनिक बैठक में कहा, “कांग्रेस पार्टी एक बूढ़ी लोमड़ी है जो बुरी तरह विफल रही है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 11 बार मौका दिया गया लेकिन वह 65 साल में समाज के किसी भी वर्ग का भला नहीं कर सकी।
केटीआर ने लोगों को उन दिनों की याद दिलाई जब किसानों को बिजली की समस्या से जूझना पड़ता था। केटीआर ने कहा, “किसी भी कांग्रेस नेता को तेलंगाना में निर्बाध बिजली आपूर्ति पर संदेह है, तो वह करंट वाले तार पकड़ कर चेक कर सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं को राज्य की मौजूदा समस्याओं के बारे में बात करते देखना विडंबनापूर्ण है।
केटीआर ने कहा, “रेवंत रेड्डी ने कहा था कि राज्य में किसानों के लिए तीन घंटे की बिजली आपूर्ति काफी है।” उन्होंने लोगों से कांग्रेस के दिनों को याद करने के लिए कहा जब किसान पानी की समस्या से जूझते हुए कई लाभों से वंचित थे, बीज और उर्वरकों की आपूर्ति नहीं थी।
केटीआर ने पूछा, “बीआरएस नेताओं के रूप में, हम गर्व से कह सकते हैं कि केसीआर हमारे सीएम हैं। क्या कांग्रेस बता सकती है कि उनका सीएम कौन होगा?”
केटीआर ने कहा, “यदि आप कांग्रेस और बीआरएस के बीच अंतर देखना चाहते हैं, तो बस कांग्रेस के इंदिरम्मा घरों और बीआरएस के 2 बीएचके की तुलना करें। आपको एक स्पष्ट तस्वीर मिलेगी।”
केटीआर ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि ‘पीएम मोदी एक भगवान हैं जिन्होंने सिलेंडर की कीमतें 400 रुपये से 1200 रुपये, पेट्रोल की कीमतें 70 रुपये से 110 रुपये तक बढ़ा दीं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में आसमान छूना सुनिश्चित कराया।’
केटीआर ने कहा कि भाजपा नेता “धार्मिक कट्टरता” में लिप्त हैं और “सांप्रदायिक अशांति भड़काने” का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे।
“मैं मोदी से पूछता हूं, क्या आप गांधी या गोडसे के अनुयायी हैं? मोदी को निज़ामाबाद में इसका जवाब देना चाहिए,” केटीआर ने कहा।