नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण के तहत पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और चंडीगढ़ सहित देश के 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों (57 Lok Sabha seats) पर शाम 5 बजे तक 58.34 मतदान (58.34 voting) दर्ज किया गया है।
शाम 5 बजे तक सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में 69.89 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। वहीं, सबसे कम मतदान बिहार में दर्ज हुआ है, जहां शाम 5 बजे तक 50 प्रतिशत से भी कम (48.86 प्रतिशत) मतदाताओं ने वोटिंग की है।
अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो झारखंड में 67.95, हिमाचल प्रदेश में 66.56, चंडीगढ़ में 62.80, ओडिशा में 62.46, पंजाब में 55.20 और उत्तर प्रदेश में 54 प्रतिशत मतदाताओं ने शाम 5 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान के तहत पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, ओडिशा की 6, हिमाचल प्रदेश की 4, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक लोकसभा सीट सहित 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।
आखिरी दौर के इस मतदान के पूरा होने के साथ ही लोकसभा के लिए वोटिंग पूरी हो जाएगी। मतों की गिनती 4 जून को होगी यानी 4 जून को पता लग जाएगा कि देश की जनता ने केंद्र में सरकार बनाने का जनादेश किसे दिया है।
इस बार के लोकसभा चुनाव में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए है, जिसने भाजपा 370 और एनडीए 400 पार के नारे के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ा तो दूसरी तरफ कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आरजेडी, एनसीपी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), समाजवादी पार्टी और अन्य कई राजनीतिक दलों ने भाजपा के खिलाफ ‘इंडिया’ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा।
हालांकि, विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार जेडीयू नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जयंत चौधरी की पार्टी रालोद बाद में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए में ही शामिल हो गई। वहीं, दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में मिलकर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ अलग-अलग चुनाव लड़ा।
यहां तक कि विपक्षी गठबंधन का हिस्सा होने का दावा करने के बावजूद तृणमूल कांग्रेस की मुखिया एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी राज्य में गठबंधन को नकारते हुए अकेले ही चुनाव लड़ा।