नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता अर्चना गौतम (Congress leader Archana Gautam) और उनके पिता के साथ यहां पार्टी मुख्यालय के बाहर कथित तौर पर धक्का-मुक्की किए जाने के अगले दिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निलंबित (Suspended from primary membership for six years) कर दिया, क्योंकि उन्होंने कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया।
राज्य इकाई की अनुशासन समिति ने शनिवार को एक आदेश में कहा कि अर्चना गौतम को छह साल की अवधि के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है।
इसमें यह भी कहा गया कि इस साल 31 मई को अनुशासनहीनता के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया था और उन्हें एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
यह घटनाक्रम अर्चना और उनके पिता के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किए जाने के एक दिन बाद आया है, जब उन्होंने शुक्रवार दोपहर को यहां पार्टी मुख्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की थी। अभिनेत्री के मुताबिक, वह पिछले हफ्ते संसद में महिला विधेयक पारित होने पर बधाई देने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलना चाहती थीं।
सोशल मीडिया पर राजनेता के एक वायरल वीडियो में उन्हें कांग्रेस पार्टी कार्यालय के बाहर ‘मदद’ मांगते हुए दिखाया गया है। वीडियो में अर्चना गौतम और उनके पिता को लोगों से घिरा हुआ देखा जा सकता है, जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें पार्टी कार्यालय में प्रवेश करने से रोका और उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। अर्चना गौतम को 2022 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया था, लेकिन वह हार गईं।
यह भी पढ़ें : बोम्मई का दावा : कांग्रेस सरकार ने कर्नाटक के लोगों का विश्वास खो दिया है