छत्तीसगढ़। भले ही नान घोटाला पुराना हो, लेकिन समय-समय पर इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आते रहते हैं। जब भी यहां भ्रष्टाचार की परतें किसी एक की किन्हीं कारणवश खुलने लगती है तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी एक दूसरे पर हमलावार हो जाती है। कुछ ऐसा ही माहौल यहां छत्तीसगढ़ में फिर पैदा हो गया है। इसकी वजह भी क्योंकि बीते दिनों ईडी के कोयला परिवहन घोटाले और बेनामी संपत्ति के पाये जाने पर बड़ी कार्रवाई हुई है। इसमें कांग्रेस के नेता और चहेते व्यापारी के अलावा रसूखदार अफसर ईडी की जहां रिमांड पर हैं। वहीं एक आईएएस अफसर और दो व्यापारी जेल में बंद हैं। इनके यहां पाये गए दस्तावेजों की जांच ईडी और अधिकारियों से पूछताछ में जुटी है। इसी बीच अचानक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अचानक डॉक्टर रमन सिंह के कार्यकाल के दौरान हुए नागरिक आपूर्ति घोटाला और चिटफंड घोटाले को लेकर ईडी को पत्र लिखकर जांच की मांग की गई है। जिसे उन्होंने अपने ट्विटर पर ईडी के पत्र को भी सार्वजनिक किया है। ऐसे में भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय ईडी को पत्र लिखकर जांच की मांग उठाई है। मुख्यमंत्री का कहना है, 2004 से 2015 के बीच हुए इस घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कहने पर एसीबी के अधिकारियों ने आरोपियों को बचा लिया। आरोपियों के पास मिले दस्तावेजों में सीएम सर और सीएम मैडम को पैसा देने की बात दर्ज है, लेकिन उसको चार्जशीट में शामिल तक नहीं किया गया।
डॉ रमन सिंह और उनके मंत्रियों के संरक्षण में गरीब परिवारों के खून पसीने की कमाई चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटी गयी है।
आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर "मनी लांड्रिंग" के इस क्लासिक प्रकरण की जाँच का अनुरोध किया है।
वरना विवश होकर न्यायालय में प्रकरण दायर किया जाएगा।@dir_ed pic.twitter.com/5bmE7aSTG4
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 8, 2022
भूपेश बघेल ने बोला, प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल का हो उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी जानकारी देते हुए मंगलवार को बताया, प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल का हो उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैंने ईडी को आज पत्र लिखा है कि, नान घोटाले में सीएम मैडम, सीएम सर सबके नाम आए हुए हैं। ईडी के पास पहले से ही जांच चल रही है। इसमें भ्रष्टाचार के स्पष्ट सबूत हैं। उस समय एसीबी के जांच अधिकारी ने मीडिया के सामने आकर कहा था कि पैसा उस डोमेन में गया है, जहां हम जा नहीं सकते, जांच नहीं कर सकते। बहुत सारे मीडिया हाउस के पास उसकी क्लिपिंग होगी। ईडी को मैंने पत्र लिखा है आप जांच कराएं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अगर इस पत्र के 15 दिन बाद भी प्रवर्तन निदेशालय-ईडी ने जांच शुरू नहीं की तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी को पहले भी एक पत्र लिख चुके हैं।
ED को पत्र.
आज मैंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2004 से 2015 के बीच हुए "नान घोटाला" की जाँच ED द्वारा किए जाने की मांग की है।
यदि 15 दिनों में ई.डी द्वारा जांच में कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। @dir_ed pic.twitter.com/CpK1G7ECVH
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 8, 2022
CM @bhupeshbaghel जी, आखिर कब तक मुद्दों से पलट कर गुलाटी मारते रहोगे?
जब भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही हो तब तो ED की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाने लगते हो, आज उसी ED को पत्र लिखकर नान-चिटफंड की जांच का आग्रह कर रहे हो।
कभी तो अपनी कथनी-करनी स्पष्ट रखिए, सत्य से इतना भय क्यों है? https://t.co/3VwNLuLlnQ pic.twitter.com/yZLXRw5wQq— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 8, 2022
मुख्यमंत्री की चिट्ठी पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी आखिर कब तक मुद्दों से पलट कर गुलाटी मारते रहोगे। जब भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही हो तब तो श्वष्ठ की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाने लगते हो। आज उसी ईडी को पत्र लिखकर नान-चिटफंड की जांच का आग्रह कर रहे हो। कभी तो अपनी कथनी-करनी स्पष्ट रखिए। सत्य से इतना भय क्यों है?।