नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Congress leader Adhir Ranjan Chaudhary) ने मंगलवार को कहा कि संसद की पुरानी इमारत (Old parliament building) से देश ने औपनिवेशिक अतीत से स्वतंत्र भारत तक की यात्रा देखी है और लोगों ने देश की नियति में बदलाव देखा है।”
सेंट्रल हॉल में पुराने संसद भवन की स्मृति में एक विशेष समारोह को संबोधित करते हुए, चौधरी ने कहा, “इस अवसर का लाभ उठाते हुए, बिना कोई शिकायत किए और बिना कोई शब्द कहे, मुझे कहना होगा कि मैं इस मंच पर खड़ा होकर गौरवान्वित और उत्साहित महसूस कर रहा हूं।” दिग्गजों की आकाशगंगा के बीच में ऐतिहासिक घटनाओं और कई महत्वपूर्ण घटनाओं का एक कारवां देखा था, जिन्होंने इस प्रतिष्ठित सदन में भारत के संविधान को तैयार करने के लिए अपना दिमाग लगाया और आधी रात को तेल जलाया था जिसे संविधान सभा कहा जाता था।
उन्होंने कहा, “इस सदन में हमारे संविधान की यात्रा और यात्रा के बारे में सभी लोग भली-भांति अनुभवी और परिचित हैं। औपनिवेशिक अतीत से लेकर स्वतंत्र भारत तक, हमने इस देश यानी भारत की नियति में बदलाव देखा है।”
चौधरी ने कहा,“भारत की युवा आबादी को देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनाना आवश्यक है। भारत दुनिया की सबसे ऊंची अर्थव्यवस्था होने के बावजूद, हमारी प्रति व्यक्ति जीडीपी विकसित देशों की तुलना में बहुत पीछे है। इस आर्थिक विकास चुनौती से निपटने के लिए विकास समर्थक सरकार की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि शक्ति का पृथक्करण विवेकपूर्ण तरीके से और देश के सभी मार्गदर्शक प्रकाश की उपस्थिति में भी बनाए रखा जाना चाहिए उन्होंने कहा, “भारत एक समरूप समाज नहीं है, बल्कि यह एक विषम समाज है। लेकिन अब समय की मांग है कि एक सामंजस्यपूर्ण समाज को बनाए रखा जाए।”