नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र (winter session) के दूसरे दिन भी विपक्ष का विरोध तेज रहा। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसद नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंच गए। सदन में लगातार वोट चोर और गद्दी छोड़ जैसे नारे गूंजते रहे। स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल जारी रखा लेकिन लगभग 20 मिनट तक हंगामा थमने का नाम नहीं लिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
#WATCH | Opposition MPs raise slogans of “Vote chor, gaddi chhor”, raising the issue of SIR and demanding a discussion on it in Lok Sabha, as the House proceedings begin on the second day of the winter session of the Parliament
(Video source: Sansad TV/ YouTube) pic.twitter.com/SCr37YmlXh
— ANI (@ANI) December 2, 2025
उधर राज्यसभा में भी विपक्ष का प्रदर्शन दूसरे दिन जारी रहा। सदस्यों ने SIR मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी की। विपक्ष सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर संसद परिसर के मकर द्वार के सामने प्रदर्शन कर चुका था।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने और जनमत की आवाज उठाने के लिए विरोध प्रदर्शन जरूरी है। उनका कहना था कि सरकार SIR पर चर्चा टाल नहीं सकती।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि सरकार SIR और चुनावी सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष से अनुरोध किया कि वह चर्चा के लिए समय सीमा न जोड़े। सूत्रों का कहना है कि विपक्ष ने सुझाव दिया है कि अगर सरकार SIR शब्द से परहेज करना चाहती है तो विषय को इलेक्टोरल रिफॉर्म या किसी अन्य नाम से सूचीबद्ध किया जा सकता है। सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर सकती है और इसे बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में रखेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर सदन में 10 घंटे की विशेष चर्चा कराई जा सकती है। संभावना है कि गुरुवार और शुक्रवार को यह बहस हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें हिस्सा लें। 30 सितंबर को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने इस चर्चा का प्रस्ताव रखा था। हालांकि इस पर आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है।