CM भूपेश की चिट्टी पर रमन सिंह का पलटवार, बोले जांच में उनके बेटे सहित प्रचाकरों को मिली है क्लीनचिट

ईडी को नागरिक आपूर्ति और चिटफंड घोटाले को लेकर जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पत्र लिखे जाने और उनके बेटे सहित स्टार प्रचारकों पर आरोप लगाने पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने पलटवार किया है।

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  • Updated On - December 29, 2022 / 10:41 AM IST

अपने निवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा, अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं मुख्यमंत्री

छत्तीसगढ़। ईडी को नागरिक आपूर्ति और चिटफंड घोटाले को लेकर जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पत्र लिखे जाने और उनके बेटे सहित स्टार प्रचारकों पर आरोप लगाने पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने पलटवार किया है। वे अपने निवास पर एक पत्रकारवार्ता में कहा कि पुलिस की जांच में आज तक चिटफंड के मामले में आरोप सिद्ध नहीं हो सका है। चार साल से मुख्यमंत्री भूपेश जब भी घोटाले में खुद को फंसते देखते हैं तो यह राग अलापने लगते हैं। मेरे कार्यकाल में चिटफंड का घोटाला हुआ। लेकिन अभी तक साबित नहीं कर पाए।

उन्होंने कहा कि उनके बेटे अभिषेक सिंह के खिलाफ जांच में विवेचना अधिकारी राजेश्वर सिंह ठाकुर और महेंद्र सिंह ने रिपोर्ट में यह लिखा है कि स्टार प्रचारकों द्वारा प्रत्यक्ष कार्य किया जाना अथवा कोई काम नहीं करने से अपराध होना नहीं पाया गया है। चिटफंड के द्वारा किसी को आर्थिक लाभ प्राप्त करने की संलिप्तता नहीं मिली है।

सीएम को अगर ईडी पर संदेह है तो अपनी पुलिस से जांच करा लें

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इडी की जांच पर जो भी संदेह हो उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है। जिस मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री पत्र लिख रहे हैं, उसका मूल आधार ही छत्तीसगढ़ पुलिस की जांच में धरासायी हो चुका है। डॉ. रमन सिंह ने कहा, नान घोटाले में आरोप लगाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ईडी का दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन इन्हीं की सरकार ने 2019 में एसआईटी बनाई थी। मुख्यमंत्री बताएं कि उनकी जांच क्या हुआ। क्या पुलिस ने अभी तक नान और चिटफंड मामले की जांच पूरी नहीं की। अगर पूरी हो गई है तो उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं करते। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने चिटफंड घोटाले पर सवाल उठाया है। कहा, अगर चिटफंड का मामला छह हजार करोड़ का है तो पैसा कहा गया। पिछले चार सालों में आप लोग निवेशकों को केवल 20 करोड़ वापस कर पाये हो। शेष पैसा कहां गया।