नई दिल्ली, (आईएएनएस)। कांग्रेस के रणनीतिकार सुनील कनुगोलू (Sunil Konugolu), जिन्हें कर्नाटक और तेलंगाना में पार्टी की जीत का श्रेय दिया गया था, 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान का हिस्सा नहीं होंगे। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
प्रशांत किशोर के बाद कनुगोलू दूसरे हाई-प्रोफाइल चुनाव रणनीतिकार हैं, जो अब पार्टी के आम चुनाव अभियान से नहीं जुड़ेंगे।
कनुगोलू कांग्रेस की टास्क फोर्स 2024 का हिस्सा थे। नई व्यवस्था के तहत वह अब पार्टी के लिए केवल हरियाणा और महाराष्ट्र अभियान पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि दोनों राज्यों में उनकी टीमें पहले से ही मौजूद हैं – दोनों राज्यों में इस साल मतदान होना है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि कनुगोलू कांग्रेस के साथ काम करना जारी रखेंगे। वह कर्नाटक सरकार के साथ काम करेंगे जहां वह कैबिनेट रैंक के साथ सीएम के सलाहकार हैं। वह तेलंगाना में भी काम करेंगे।
कांग्रेस की चुनाव मशीनरी के लिए कनुगोलू का महत्व शायद 2023 के मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन से सबसे अच्छी तरह से चित्रित होता है। उन्होंने उन राज्यों के नेताओं के साथ शुरुआती बातचीत की, लेकिन न तो कमल नाथ और न ही अशोक गहलोत उनकी मांगों पर सहमत हुए। दोनों राज्यों में कांग्रेस बुरी तरह हार गई।
सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना में जीत कानुगोलू को प्रत्येक राज्य में खुली छूट दिए जाने का परिणाम थी।
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव बहुत जटिल है और खासकर अब, जब विपक्ष का इंडिया गठबंधन वजूद में आ गया है।