नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल (Rajya Sabha MP Swati Maliwal) के साथ हुई मारपीट और बदसलूकी के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के पीए बिभव कुमार को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। तीस हजारी कोर्ट ने बिभव की जमानत याचिका खारिज कर दी। बिभव की जमानत खारिज होने के बाद भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है।
दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव, जिसमें अरविंद केजरीवाल के प्राण बसते हैं, आज उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई। ये मामला धीरे-धीरे निष्कर्ष तक पहुंचेगा और आप देखेंगे कि बिभव यह स्वीकार करेगा कि उसने जो भी किया था, वह अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल के कहने पर किया था।
उन्होंने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि यह कोई साधारण मामला नहीं है। केजरीवाल को सिंघवी साहब को देने के लिए राज्यसभा की सीट चाहिए थी, इसलिए स्वाति मालीवाल पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा था, या फिर ये अरविंद केजरीवाल, सुनीता केजरीवाल, स्वाति मालीवाल के बीच का मामला है, जिसका सच पुलिस की जांच में सामने आएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को एक और झटका लगा है। केजरीवाल के सहयोगी और उनके खासमखास बिभव कुमार को राहत देने से कोर्ट ने इनकार कर दिया है। ये वही बिभव कुमार हैं, जिन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता, दुराचार और उनकी पिटाई की थी। पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस पूरे मामले की पुष्टि भी की थी। इस पूरे मामले पर अरविंद केजरीवाल अब भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल का पहले चीरहरण और फिर चरित्रहरण किया गया और अब तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां भी मिल रही है। सीएम केजरीवाल से सवाल करते हुए पूनावाला ने कहा कि ऐसा क्या रहस्य है बिभव कुमार के पास कि आप उन्हें संरक्षण दे रहे हैं, संजय सिंह ने तो मामले को कंफर्म किया था। इंडी गठबंधन भी इस पूरे मामले पर चुप है। पंजाब के मंत्री का 21 वर्षीय बच्ची का शोषण करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। आम आदमी पार्टी में चरित्रहीन लोग हैं और केजरीवाल उनका बचाव करते हैं।
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