“हम भारत में 240 मिलियन गर्वित मुस्लिम हैं”: सऊदी अरब में असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की चालबाजियों की खोली पोल

By : hashtagu, Last Updated : May 29, 2025 | 11:38 am

नई दिल्ली / सऊदी अरब: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने सऊदी अरब की ज़मीन से पाकिस्तान की झूठी और भ्रामक सोच पर सख़्त शब्दों में निशाना साधा है। ओवैसी ने साफ़ कहा कि पाकिस्तान दुनिया भर के मुस्लिम देशों को यह ग़लत संदेश देता है कि भारत मुसलमानों के लिए एक दुश्मन देश है, जबकि सच्चाई इससे कोसों दूर है।

“भारत में 240 मिलियन से भी ज़्यादा गर्वित मुसलमान रहते हैं। हमारे इस्लामी विद्वान किसी से कम नहीं हैं, चाहे अरबी भाषा हो या इस्लामी ज्ञान, भारत में ऐसे कई विद्वान हैं जो दुनिया के किसी भी इस्लामिक स्कॉलर से बेहतर हैं,” ओवैसी ने कहा।

“पाकिस्तान का एजेंडा – आतंक को बढ़ावा देना”

ओवैसी सऊदी अरब के दौरे पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद भारत की वैश्विक कूटनीतिक पहल के तहत पश्चिम एशियाई देशों का दौरा कर रहा है। इस बातचीत में ओवैसी ने पाकिस्तान की आतंकवादी संगठनों को दी जा रही शह को लेकर भी तीखा बयान दिया।

“पाकिस्तान की सच्चाई सामने आ चुकी है। 9 मई को भारत ने सिर्फ़ चेतावनी देने के लिए पाकिस्तान के 9 एयरबेस को निशाना बनाया। अगर भारत चाहता, तो उन बेसों को पूरी तरह तबाह कर सकता था। हमने सिर्फ़ आईना दिखाया है,” उन्होंने कहा।

एक चौंकाने वाली बात बताते हुए ओवैसी ने कहा, “जिन आतंकियों की नमाज़ जनाज़ा पढ़ाई गई, उसका नेतृत्व एक ऐसा व्यक्ति कर रहा था जिसे अमेरिका ने खुद आतंकी घोषित किया है।”

FATF ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान की वापसी ज़रूरी: ओवैसी

ओवैसी ने ज़ोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान को फिर से फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में डाला जाए, ताकि वहां से हो रही आतंक की फंडिंग रोकी जा सके।

“जब पाकिस्तानी सेना प्रमुख को फील्ड मार्शल बनाया गया, तो उनके साथ अमेरिकी प्रतिबंधित आतंकवादी मोहम्मद एहसान बैठा था। तस्वीरें सबूत हैं। पाकिस्तान में ये आतंकी संगठन न सिर्फ़ पनप रहे हैं, बल्कि भारत को अस्थिर करने के लिए इनका इस्तेमाल हो रहा है,” ओवैसी ने कहा।

26/11 और पाकिस्तान की दोहरी चाल

मुंबई हमले का ज़िक्र करते हुए ओवैसी ने बताया कि भारत ने 26/11 के बाद पाकिस्तान को सबूत सौंपे थे, लेकिन तब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जब पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में डाला गया, तब जाकर कुछ हलचल दिखी।

“पाकिस्तान ने FATF के सामने पहले कहा कि आतंकी सज्जिद मीर मर चुका है, लेकिन बाद में खुद मान लिया कि वो ज़िंदा है और उसे सज़ा दी गई है – वो भी मनी लॉन्ड्रिंग के केस में, न कि आतंकवाद के लिए। यह दोहरी नीति साफ़ दर्शाती है कि पाकिस्तान आतंक के खिलाफ़ नहीं, बल्कि उसके साथ खड़ा है।”

भारतीय एजेंसियों की ताक़त पर भरोसा

ओवैसी ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की कार्यशैली और न्यायिक प्रक्रिया पर भी भरोसा जताते हुए कहा, “हमारी एजेंसियों ने अज़मल कसाब की हर बात रिकॉर्ड की। उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान से फोन पर उन्हें निर्देश दिए जा रहे थे – ‘डटे रहो, जितने ज़्यादा भारतीय मारोगे, जन्नत तुम्हारा इंतज़ार कर रही है।’ लेकिन भारत ने कानून के दायरे में रहकर कसाब को सज़ा दी।”

प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल?

इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद बैजयंत पांडा कर रहे हैं। इनके साथ भाजपा के निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा, नामित सांसद सतनाम सिंह संधू और पूर्व राजनयिक हर्ष श्रृंगला भी इस दौरे में शामिल हैं। यह टीम सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया की यात्रा पर है।