नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। देश के गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं पर खास फोकस कर रही भाजपा (BJP) देश के 18 वर्ष से 23 वर्ष के बीच के युवाओं पर बड़ा दांव खेलने जा रही है। दरअसल, 2024 के लोक सभा चुनाव में पहली बार वही वोटर्स वोट डालेंगे जो 2019 के पिछले लोक सभा चुनाव तक 18 वर्ष के नहीं हुए थे।
भाजपा का मानना है कि सिर्फ 18-19 वर्ष की उम्र के युवा ही नहीं, बल्कि 23 वर्ष की आयु तक के युवा 2024 में सांसद और देश का प्रधानमंत्री चुनने के लिए पहली बार अपना वोट करेंगे। पार्टी का यह भी मानना है कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे, उस समय इन युवाओं की उम्र औसतन 8-13 वर्ष की रही होगी यानी इन युवाओं ने कांग्रेस की सरकारों को नहीं देखा है, कांग्रेस राज के अनुभवों को महसूस नहीं किया है।
भाजपा आलाकमान का मानना है कि इसलिए इन युवाओं को कांग्रेस बनाम मोदी सरकार के अंतर को समझाना बहुत जरूरी है। पार्टी इसके लिए स्कूलों और कॉलेजों सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों और यहां तक कि युवाओं के बीच लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी लगातार अभियान चला रही है।
ऐसे समय में जब विपक्षी दल लगातार बेरोजगारी और अग्निवीर जैसी योजनाओं के जरिए भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है, भाजपा चुनाव की आधिकारिक घोषणा से पहले ही आक्रामक अंदाज में पलटवार अभियान के जरिए पहले से ही अपनी बात सीधे देश के युवाओं तक पहुंचा देना चाहती है।
भाजपा ने 2024 के लोक सभा चुनाव में 50 प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए पार्टी को अपना जनाधार बढ़ाना होगा, नए-नए मतदाता वर्ग तैयार करने होंगे जो भाजपा के पक्ष में समर्पित होकर वोट करें और करवाएं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो देशभर में 8 करोड़ से ज्यादा नए वोटर्स बने हैं और इसमें और ज्यादा बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है। जाहिर तौर पर अगर ये नए वोटर्स अपने-अपने घरों से निकल कर चुनाव के दिन वोट करते हैं तो चुनावी जीत-हार में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसलिए पार्टी ने 18 से 23 वर्ष के युवाओं पर एक बड़ा दांव खेल दिया है।
पार्टी ने वैसे तो देश के इन नव मतदाताओं को लुभाने और पार्टी से जोड़ने का जिम्मा युवा मोर्चा को सौंपा हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी फर्स्ट टाइम वोटरों को लुभाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। युवा मोर्चा द्वारा चलाए जाने वाले महत्वपूर्ण अभियान से पहले ही मोर्चा प्रभारियों की भूमिका में बड़ा फेरबदल करते हुए नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल को युवा मोर्चा का नया प्रभारी बना दिया।
उत्तर प्रदेश में अपनी सांगठनिक क्षमता से कई चुनाव जीता चुके सुनील बंसल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह, दोनों ही बहुत पसंद करते हैं। भाजपा ने देशभर के 8 करोड़ से ज्यादा नवमतदाताओं में से एक करोड़ नए वोटर्स को पार्टी के साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
नड्डा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में ‘नमो नवमतदाता अभियान’ का शुभारंभ किया। फर्स्ट टाइम वोटर्स को लुभाने के लिए चलाए जाने वाले इस अभियान के अंतर्गत भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा चलाए जाने वाले डिजिटल अभियान को शुरू किया, टीशर्ट लॉन्च किया, नमो नवमतदाता रेजिस्ट्रेशन पोर्टल लॉन्च किया और साथ ही नए मतदाताओं के रजिस्ट्रेशन के लिए एक मिस कॉल नंबर भी जारी किया।
भाजपा का युवा मोर्चा शैक्षणिक संस्थानों से लेकर घर तक और खेल के मैदानों से लेकर कोचिंग सेंटरों तक नए वोटर्स को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए अभियान चलाएगा और एक करोड़ से ज्यादा नए वोटर्स को पार्टी के साथ जोड़ेगा। इन नए वोटर्स को पार्टी से जोड़ने के बाद इन्हें सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कनेक्ट किया जाएगा और इसके लिए भी पार्टी ने नए वोटर्स के मेगा वर्चुअल रैली की योजना तैयार की है।
पार्टी युवा मोर्चा राष्ट्रीय मतदाता दिवस यानी 25 जनवरी के दिन देश भर के सभी विधान सभा क्षेत्रों में 5 हजार जगहों पर ‘नमो नवमतदाता सम्मेलन’ का आयोजन करेगा। पार्टी की योजना इन सभी 5 हजार स्थानों पर एक-एक हजार नए वोटर्स को एकत्र करने की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जनवरी को देश के सभी विधान सभा क्षेत्रों सहित 5 हजार स्थानों पर एकत्र हुए इन 50 लाख वोटर्स को वर्चुअली संबोधित करेंगे। यह तय माना जा रहा है कि नए वोटर्स को लुभाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं 25 जनवरी को इन पचास लाख नव मतदाताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस और मोदी सरकार के बीच के फर्क को समझाते हुए इन्हें विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए 2024 के लोक सभा चुनाव में मतदान करने का आग्रह करेंगे।