क्या धान और किसान हित के मुद्दे लाएंगे चुनावी रंग, भूपेश एक्शन में तो विपक्षी हांफ रहे

किसानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान खरीदी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनकी निगहबानी में पूरी प्रदेश में किसानों के धान खरीदी शुरू हो गई है।

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  • Publish Date - November 5, 2022 / 03:22 PM IST

किसानों को न हो दिक्कत इसलिए भूपेश की धान खरीदी पर निगहबानी

छत्तीसगढ़/रायपुर। किसानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान खरीदी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनकी निगहबानी में पूरी प्रदेश में किसानों के धान खरीदी शुरू हो गई है। वे लगातार कलेक्टरों से इसके बारे में रिपोर्ट ले रहे हैं। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं का निर्देश उन्होंने दे रखा है। बता दें, वर्तमान कांग्रेस की सरकार धान के समर्थन मूल्य को 25 सौ करने के वादे के साथ आई थी। जिसे वे अपनी घोषणा पत्र के मुताबिक धान के समर्थन मूल्य पर खरीदने के वादे को पूरा भी कर दिए हैं। ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में इसकी सहूलियतों को लेकर किसानों के बीच एक बार फिर अपनी घुसपैठ बना सके। जहां तक सवाल वोट का है तो इस बार धान खरीदी की प्रक्रिया में किसानों को फिलहाल अभी संतुष्ट करने की प्लानिंग है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आगामी चुनावी घोषणा पत्र में धान खरीदी के समर्थन मूल्य को बढ़ाने पर जोर देगी। लेकिन ये तो भविष्य के गर्भ में है। इधर बीजेपी भी इस बार किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही चुनावी रणनीति बनाने में जुटी है। फिलहाल सूत्रों के मुताबिक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की फीड भाजपा लेने के लिए स्थानीय स्तर पर काम कर रही है। मिला जुलाकर दोनों पार्टियों की कोशिश है कि किसानों को अपने पक्ष में किया जाए। ये तो तय है कि किसान जिधर रहेंगे, वही पार्टी सत्ता पर काबिज होगी।

नहीं मिल रही विपक्ष को खरीदी में कोई खामी

कहते हैं कि जब वक्त चुनावी माहौल बनाने की तो जाहिर है कि विपक्षी पार्टी खामियों को खोजने के लिए सिर खपाती नजर आती है। दूसरी ओर सत्तासीन पार्टी इसके लिए कोई खामी नहीं छोड़ती। ताकि भविष्य में वह विपक्ष पार्टी के घेराव से बच सके। कुछ ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ में भी दिख रहा है। लेकिन अभी तक धान खरीदी की प्रक्रिया में प्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जहां पहले धान खरीदी के लिए किसानों को आफलाइन के चलते उपज मंडी में टोकन के लिए चक्कर लगाना पड़ता था। लेकिन इस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऑनलाइन टोकन प्रक्रिया की शुरूआत कर किसानों को बड़ी सहूलियतें दी है। ऐसे में विपक्ष भी निरूत्तर बना हुआ है। यही वजह है कि विपक्ष हांफते नजर आ रहे हैं।

आज 16,738 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई, किसानों को 281.85 करोड़ रुपये का भुगतान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप प्रदेश में एक नवम्बर से धान खरीदी का महाभियान शुरू हो गया है। धान खरीदी के तीसरे दिन शाम साढ़े पांच बजे तक आज प्रदेश के विभिन्न जिलो में किसानों से समर्थन मूल्य में 16 हजार 738 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 281.85 करोड़ रुपये जारी किया गया है। अब कुल 45,650 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है।

मात्र एक दिन में 6504 टोकन किए गए जारी

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज धान बेचने वाले किसानों को 6504 टोकन जारी किए गए थे तथा टोकन तुंहर हाथ एप्प द्वारा 505 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस धान खरीदी के लिए 8670 तथा टोकन तुंहर हाथ के जरिये 782 टोकन जारी किए गए है। किसानों को धान विक्रय में कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी पूर्ण कर ली गई है। कहीं कोई शिकायत नहीं मिली है।

खाद्य विभाग के सचिव बोले, सभी केंद्रों पर सीएम की निगरानी

खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए एक नवम्बर 2023 से धान, खरीदी शुरू हो गई है। किसानों से सुगमतापूर्वक धान खरीदी के लिए राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई है। किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत न आए, इसको लेकर सभी केन्द्रों में बेहतर प्रबंध किए जाने के साथ ही व्यवस्था पर मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।