विकसित भारत संकल्प यात्रा : उज्ज्वला गैस से सुशीला, जानकी के उज्ज्वल होते सपने

By : hashtagu, Last Updated : January 18, 2024 | 9:36 pm

  • झरना, डेरहीन को मिली 5 लाख तक के इलाज की गारंटी
  • त्रिवेणी, सावित्री को पानी भरने के लिए अब दूर नहीं जाना पड़ता
  • ज्योति और पुन्नी का पूरा हुआ पक्के घर का सपना
  • रायपुर। विकसित भारत संकल्प यात्रा (Developed India Sankalp Yatra) से लोगों के सपने साकार हो रहे हैं। यात्रा के दौरान लगाए गए शिविर स्थलों (Camping sites) पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन, महिलाएं, युवा, सहित ऐसे हितग्राही जो पात्र हैं और जिन्हें योजना से लाभ मिलने की उम्मीद है उनकी उम्मीदें भी पूरी हो रही हैं। महासमुंद जिला में अभी तक 377 ग्राम पंचायतों में संकल्प यात्रा के शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। यात्रा के दौरान हितग्राही पूरे उत्साह से उन्हें मिले लाभ की जानकारी “मेरी कहानी मेरी जुबानी“ के रूप में साझा कर रहे हैं।

    ग्राम खैरझिटी की कुसुमलता चेलक एवं जानकी कोसले ने शासन की योजनाओं से मिले लाभ और अपने जीवन में आए बदलाव को साझा किया। उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन मिलने से उन्हें चूल्हे के धुंए से राहत मिली है। इसी तरह के विचार भुनेश्वरी कोसले व लता चंद्राकर ने भी व्यक्त किए। ग्राम साराडीह में उज्ज्वला गैस से लाभान्वित हुई श्रीमती सुशीला साहू ने बताया कि इस कैम्प में मुझे उज्ज्वला गैस कनेक्शन प्राप्त हुआ। जिसमें एक सिलेंडर, चूल्हा, पाईप आदि शामिल हैं। अब मुझे लकड़ी और धुएं से मुक्ति मिलेगी। बेलटुकरी शिविर में उषा बाई ने बताया कि जब से उज्ज्वला योजना अंतर्गत गैस मिला है, तब से जल्दी खाना बन जाता है। समय और मेहनत कम लगती है।

    ग्राम साराडीह की झरना साहू ने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड से एक लाख 50 हजार रुपए का निःशुल्क इलाज हुआ है। उन्होंने बताया कि डिलीवरी के दौरान विषम परिस्थिति के कारण स्वास्थ्यगत समस्याओं का सामना करना पड़ा। इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि इलाज में लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च होंगे। ऐसे समय में आयुष्मान कार्ड का सहारा मिला। यदि उस परिस्थिति में आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो शायद मेरा इलाज सम्भव नहीं हो पाता। कार्ड के माध्यम से ही निःशुल्क उपचार के पश्चात मुझे और मेरी बेटी को नयी जिंदगी मिली। आज मैं अपने गुड़िया के साथ बेहद खुश हूं। इसी तरह ग्राम बेलटुकरी में श्रीमती डेरहिन कोशले ने बताया कि उनको प्रथम डिलिवरी के लिए निजी अस्पताल जाना पड़ा लेकिन आयुष्मान कार्ड उपलब्ध होने के कारण निःशुल्क उपचार हो गया। इससे मुझे बहुत सहायता मिली।

    Sankalp

    ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ अंतर्गत ज्योति निर्मलकर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवास की जानकारी देते हुए कहा कि यह आवास हम जैसे गरीब परिवार के लिए एक सपना ही था। हम जैसे गरीबों का सपना मोदी सरकार ने पूरा किया है। इसी तरह साराडीह शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ईश्वर यादव, पुन्नी यादव एवं भीष्मति साहू ने मेरी कहानी मेरी जुबानी अंतर्गत अपने विचार रखे।

    साराडीह शिविर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल कनेक्शन की हितग्राही त्रिवेणी, सावित्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पानी की समस्या हमारे लिए बहुत ही तकलीफ दायक थी। हमें पानी के लिए बहुत दूर चलकर जाना पड़ता था। कई बार वहां भी भीड़ के कारण तनाव की नौबत आ जाती थी। अब हर घर नल कनेक्शन से हमें इन समस्याओं से निजात मिली है। हमारे आंगन में नल से पानी मिल रहा है अब हम बेहद खुश है। इसी तरह बेलटुकरी शिविर में नल जल योजना के बारे में लक्ष्मी चंद्राकर और राधा साहू ने कहा कि अब शुद्ध पेयजल सपना नहीं रहा अब घर में लगे नल से पर्याप्त पानी मिल रहा है।

    ग्राम कांपा में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से लाभान्वित किसान मिलन साहू ने बताया कि उन्हें अब तक 15 किस्तों की राशि प्राप्त हो गई है। इससे मुझे कृषि कार्य में काफी सहयोग मिला। ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ अंतर्गत लमकेनी समूह की मानमोती ने बताया कि उन्हें प्रतिमाह लगभग 12 से 15 हजार रुपए की आमदनी होती है। बैंक से उन्हें एक लाख रुपए का ऋण भी मिला है। इसी तरह बेलटुकरी में महिला समूह की ज्ञान बाई ने बताया कि उनके समूह ने 3 लाख रुपए का लोन लेकर टेंट और सब्जी बाड़ी का अपना काम शुरू किया। आज वे स्वावलंबी है। इस तरह विकसित भारत संकल्प यात्रा से लोगों के सपने साकार हो रहे हैं।

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