पूर्व छात्र रहे विधायक विकास उपाध्याय ने विद्यालय एवं महाविद्यालय में जाकर सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की दी बधाई एवं शुभकामनाएँ
जिस स्कूल में शिक्षा ग्रहण की उस स्कूल में शिक्षकों को सम्मानित करने का मिला सौभाग्य – विकास उपाध्याय
रायपुर (छत्तीसगढ़)। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय (MLA Vikas Upadhyay) आज शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के अवसर पर अपने पूर्व विद्यालय श्री बालाजी विद्या मंदिर (इंग्लिश मीडियम हा.से. स्कूल), सेक्टर-02, देवेन्द्र नगर, रायपुर एवं पूर्व महाविद्यालय दुर्गा कॉलेज पहुँचकर समस्त शिक्षकों एवं प्राध्यापकों से मिलकर उन्हें सादर नमन करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि जिस स्कूल में उन्हें शिक्षा मिली आज वहीं शिक्षकों को सम्मान करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों का महत्वपूर्ण कार्य विद्यार्थियों को केवल ज्ञान देना नहीं होता, बल्कि उन्हें नैतिक मूल्यों, सही दिशा में चलने की क्षमता और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन करना भी होता है। हमारे बीच उपस्थित शिक्षकों ने इस कठिन मार्ग पर चलते हुए न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि समाज में भी सदाचार और सच्चाई को महत्वपूर्ण बातें सिखाई हैं। शिक्षक ने शिक्षा को एक नई दिशा की ओर ले जाने के लिए नवाचार किया है।
विधायक विकास उपाध्याय ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का स्मरण करते हुए कहा कि इनकी जयंती को हम शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं, उन्होंने गुरु रविन्द्रनाथ टैगोर, श्री अरबिन्दो जैसे महान शिक्षाविदों का जिक्र भी किया एवं कहा कि जिन्होंने शिक्षकों के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है, ऐसे शिक्षकों को बारम्बार नमन है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आपका यह संघर्ष और मेहनत अनमोल है, आपने कई बार कठिनाईयों का सामना किया होगा, परंतु आपकी निष्ठा और प्रतिबद्धता ने उन सभी समस्याओं को पार करने में सफलता दिलाई है। आपका यह समर्पण सभी छात्रहित में एक प्रेरणा स्त्रोत है।
विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि राष्ट्र और समाज के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज हम जिस जगह पर खड़े हैं वहाँ तक पहुंचाने में हमारे गुरुओं का ही योगदान है।
भारत के चंद्रयान को चंद्रमा तक पहुँचाने के लिए वैज्ञानिकों ने जो सफलता हासिल की है, उसमें भी शिक्षकों की अहम भूमिका शामिल है। आज विधायक विकास उपाध्याय अपने पूर्व विद्यालय एवं महाविद्यालय के हर एक कक्ष में जाकर वहाँ उपस्थित शिक्षकों एवं प्राध्यापकों से भेंट कर उनको सादर नमन करते हुए शिक्षक दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ दी।