नई दिल्ली: टीम इंडिया में हरषित राणा (Harshit Rana) के चयन पर उठे विवाद के बीच अब रविचंद्रन अश्विन ने तेज गेंदबाज का बचाव किया है। अश्विन ने साफ कहा कि किसी खिलाड़ी की आलोचना व्यक्तिगत स्तर पर नहीं होनी चाहिए।
यह बयान तब आया है जब टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने पूर्व चयनकर्ता श्रीकांत पर निशाना साधते हुए कहा था कि हरषित को सिर्फ इसलिए टीम में जगह नहीं मिली क्योंकि वह “हर बात पर हां में हां मिलाने वाला” है।
अश्विन, जिन्होंने पहले हरषित के चयन पर सवाल उठाया था, अब गंभीर के पक्ष में खड़े नजर आए और कहा कि आलोचना हो सकती है, लेकिन निजी हमला नहीं।
अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने कहा,
“मैं हमेशा से कहता आया हूं कि किसी खिलाड़ी पर बेल्ट के नीचे वार नहीं होना चाहिए। जब हमला बहुत व्यक्तिगत हो जाता है, तब बात का स्तर गिर जाता है। संजय मांजरेकर ने मेरे करियर में कई बार मेरी आलोचना की, लेकिन मैंने कभी उन्हें लेकर मन में कुछ नहीं रखा। आलोचना सही हो सकती है या गलत, लेकिन जब तक वह व्यक्तिगत नहीं है, मैं ठीक हूं।”
अश्विन ने कहा कि उन्हें हरषित राणा के लिए पूरी सहानुभूति है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्रोल्स द्वारा फैलाए जा रहे नकारात्मक कंटेंट की आलोचना करते हुए कहा कि इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास टूट सकता है।
“सोचिए हरषित जब इंडिया के लिए मैच खेलने वाला हो और उसे वो वीडियो दिख जाए जिसमें उसे नीचा दिखाया गया हो। उस पर क्या असर होगा? उसके परिवार और दोस्तों पर क्या गुजरेगी? आप उसके क्रिकेटिंग स्किल की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन निजी बातें नहीं होनी चाहिए। ये सब एक-दो बार मजाक लग सकता है, लेकिन जब यह एक ट्रेंड बन जाता है, तब यह खतरनाक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि नकारात्मकता आजकल बिक रही है, और लोग वही देखना पसंद करते हैं।
“लोग जो कंटेंट देख रहे हैं, वही बनाया जा रहा है। हमें ऐसा कंटेंट देखना बंद करना चाहिए।”
अश्विन ने अंत में यह सवाल भी उठाया कि अगर भविष्य में हरषित अच्छा प्रदर्शन करे, तो क्या वही लोग उसे सराहेंगे जो आज उसे ट्रोल कर रहे हैं?
“हर कोई हरषित राणा को निशाना बना रहा है। सोचिए अगर अगले साल यही खिलाड़ी अच्छा खेले, तो क्या यही लोग उसे सिर पर चढ़ाएंगे? मेरा हमेशा यही कहना रहा है कि क्रिकेट को क्रिकेट की तरह देखिए। ट्रैश टॉक मत खरीदिए, मत देखिए, क्योंकि अगला निशाना आपका कोई करीबी हो सकता है – आपका बेटा, भाई या दोस्त।”