हार के बाद हरमनप्रीत ने टॉप ऑर्डर पर निकाली भड़ास, साउथ अफ्रीका से पहली हार
By : dineshakula, Last Updated : October 10, 2025 | 11:52 am
विशाखापट्टनम: विशाखापट्टनम में खेले गए महिला वर्ल्ड कप मुकाबले में भारत को साउथ अफ्रीका से तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने टीम के टॉप ऑर्डर की बल्लेबाज़ी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज़ों ने जिम्मेदारी नहीं ली, जिसकी वजह से टीम मजबूत स्कोर नहीं बना सकी।
भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम 102 रन पर छह विकेट गंवा चुकी थी। ऐसे में विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋचा घोष ने कमाल की पारी खेलते हुए 77 गेंदों में 94 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और 5 छक्के शामिल थे। ऋचा की पारी की बदौलत भारत 251 रन तक पहुंच सका।
हालांकि भारत की यह कोशिश साउथ अफ्रीका की बल्लेबाज़ी के आगे फीकी पड़ गई। नाडिन डी क्लार्क ने 54 गेंदों में 84 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 8 चौके और 5 छक्के लगाए। उनके अलावा कप्तान लौरा वूलवार्ट ने 70 रन बनाए। दोनों की पारियों ने भारत को हार झेलने पर मजबूर कर दिया।
मैच के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा कि टॉप ऑर्डर ने जिम्मेदारी नहीं ली, हमें बदलाव करने की जरूरत है। यह लंबा टूर्नामेंट है और हमें अच्छे स्कोर बनाने होंगे। उन्होंने माना कि दोनों टीमों ने अच्छा खेल दिखाया, लेकिन भारत की बल्लेबाज़ी में गिरावट आई। इसके बावजूद टीम 250 से ऊपर स्कोर तक पहुंची, जो सकारात्मक बात है।
हरमनप्रीत ने ऋचा घोष की तारीफ करते हुए कहा कि वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वह ऐसे ही खेलती रहें।
दूसरी ओर, प्लेयर ऑफ द मैच रहीं नाडिन डी क्लार्क ने कहा कि भारत को उसके घर में हराना बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि उन्हें दबाव में खेलना पसंद है और इस तरह के मैचों में जीत दर्ज करना बेहद खास होता है।
क्लो ट्रायन और डी क्लार्क ने सातवें विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी कर मैच को साउथ अफ्रीका की झोली में डाल दिया। वूलवार्ट ने भी अपनी कप्तानी पारी को लेकर खुशी जताई और डी क्लार्क के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि वह नेट्स में भी ऐसे ही खेल रही थीं और अच्छा लगा कि अब मैदान पर भी उन्होंने वही प्रदर्शन दोहराया।
साउथ अफ्रीका की कप्तान ने यह भी बताया कि इंग्लैंड से पहले मैच में 69 रन पर ऑलआउट होने के बाद टीम ने काफी चर्चा की थी और इस बार बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरी।
भारत के लिए यह टूर्नामेंट में पहली हार है और टीम को अब आगे की रणनीति पर काम करना होगा, खासकर बल्लेबाज़ी में सुधार करना होगा।




