“अगर ये भारत में होता तो…”: ड्यूक्स बॉल विवाद पर भड़के सुनील गावस्कर, बोले दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा

By : hashtagu, Last Updated : July 12, 2025 | 8:16 am

लॉर्ड्स (लंदन): भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन ड्यूक्स बॉल (Duke  ball) को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया। मैच के शुरुआती कुछ ओवरों के भीतर ही टीम इंडिया ने 10 ओवर पुरानी गेंद को लेकर शिकायत की, जिसके बाद अंपायर्स ने बॉल को ‘हूप टेस्ट’ से पास कराने की कोशिश की, लेकिन गेंद उसमें नहीं गई। इसके बाद कप्तान शुभमन गिल और अंपायर्स के बीच बहस देखी गई। ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान भी गिल अपनी नाराज़गी जाहिर करते दिखे।

सिर्फ यही नहीं, 48 गेंदों के बाद एक बार फिर गेंद बदलनी पड़ी। यह समस्या इस सीरीज़ में पहले दो टेस्ट मैचों में भी देखने को मिली थी। लगातार गेंद के आकार बिगड़ने और बार-बार बॉल चेंज होने को लेकर पूर्व इंग्लैंड तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, “क्रिकेट बॉल एक अच्छे विकेटकीपर की तरह होनी चाहिए—जिसे ज़्यादा नोटिस न किया जाए। लेकिन अब हम हर पारी में बॉल पर बात कर रहे हैं, यह अस्वीकार्य है। बॉल को 80 ओवर तक चलना चाहिए, न कि 10 ओवर। ड्यूक्स को इस समस्या को ठीक करना होगा।”

सुनील गावस्कर ने लाइव कमेंट्री के दौरान इस पूरे मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह बॉल 10 ओवर की नहीं लगती, कम से कम 20 ओवर की लगती है। अगर यही सब भारत में हो रहा होता, और वहां पर समान बॉल उपलब्ध नहीं होतीं, तो ब्रिटिश मीडिया ने इसे लेकर बहुत बड़ा मुद्दा खड़ा कर दिया होता।”

इस मामले पर ड्यूक्स बॉल कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने कहा कि खिलाड़ियों को थोड़ा ज्यादा धैर्य और समझदारी दिखाने की जरूरत है। उन्होंने माना कि यूके में असामान्य गर्म मौसम और आज के दौर में बैट्समैन द्वारा भारी बल्लों का इस्तेमाल, इन सभी को ध्यान में रखते हुए उनकी कंपनी बॉल में सुधार करने के लिए तैयार है।

ड्यूक्स बॉल की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को लेकर उठे इस सवाल ने एक बार फिर इस बहस को हवा दे दी है कि क्या इंटरनेशनल क्रिकेट में एक मानक बॉल होनी चाहिए, जिससे खिलाड़ियों को समान अनुभव और संतुलन मिले।