क्या पाकिस्तान से खेलना भारत की मजबूरी? BCCI ने बताए न खेलने के 4 नुकसान, एशिया कप में 3 भारत-PAK मुकाबले हो सकते हैं

9 सितंबर से UAE में एशिया कप का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच तीन मुकाबले होने की संभावना है।

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  • Updated On - August 21, 2025 / 01:45 PM IST

मुंबई: पाकिस्तान (Pakistan) से आए आतंकियों द्वारा 26/11 को मुंबई पर किए गए हमले के बाद भारत में ये सवाल उठने लगे थे कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना देश की सुरक्षा के लिहाज से उचित है या नहीं। इस हमले के बाद विपक्ष ने सरकार से यह सवाल किया था कि जो पाकिस्तान हमारे नागरिकों का खून बहा रहा है, उसके साथ क्रिकेट क्यों खेला जाए? इस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के साथ किसी भी द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज को रद्द करने का निर्णय लिया था। तब, खेल मंत्रालय ने BCCI को निर्देश दिया था कि भारतीय टीम पाकिस्तान से मैच नहीं खेलेगी।

अब हम 2025 में लौटते हैं। पाकिस्तान अब भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया है। 22 अप्रैल, 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद, मांग उठने लगी है कि भारत अब न सिर्फ द्विपक्षीय सीरीज बल्कि एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे मल्टी-नेशनल इवेंट्स में भी पाकिस्तान का बायकॉट करें।

क्या होगा एशिया कप में?

9 सितंबर से UAE में एशिया कप का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच तीन मुकाबले होने की संभावना है। हालांकि, पाकिस्तान से खेलने या न खेलने पर सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। BCCI इस मामले में चुप है, लेकिन उसने इस मुद्दे पर अपने अधिकारियों से कुछ महत्वपूर्ण कारण बताए हैं, जिनकी वजह से वह पाकिस्तान के खिलाफ मैचों का बायकॉट नहीं करना चाहता।

BCCI के 4 कारण

  1. फ्री पॉइंट्स पाकिस्तान को क्यों दें?
    BCCI के अधिकारियों का कहना है कि यदि भारत पाकिस्तान का बायकॉट करता है, तो पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स मिल जाएंगे। इस वजह से पाकिस्तान फाइनल तक पहुंच सकता है और चैंपियन भी बन सकता है। BCCI का मानना है कि भारत को पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स नहीं देने चाहिए।

  2. भारत का एशियाई दबदबा कमजोर हो सकता है
    एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) में अब तक भारत का दबदबा रहा है, लेकिन अगर भारत पाकिस्तान का बायकॉट करता है, तो एशिया कप फ्लॉप हो सकता है। इससे ACC में भारत का रुतबा कमजोर हो सकता है, और पाकिस्तान अन्य देशों को भारत के खिलाफ करने की कोशिश कर सकता है।

  3. ICC की राजनीति में कमजोरी
    BCCI का कहना है कि एशियाई देशों के एकजुट रहने के कारण भारत को ICC की राजनीति में काफी ताकत मिली है। अगर भारत पाकिस्तान का बायकॉट करता है, तो एशियाई देशों में एकजुटता घट सकती है, जिससे ICC में भारत की पोजिशन कमजोर हो सकती है।

  4. ब्रॉडकास्टर्स की नाराजगी
    BCCI अधिकारियों ने बताया कि एशिया कप के ब्रॉडकास्ट राइट्स 170 मिलियन डॉलर (करीब 1500 करोड़ रुपए) में बिक चुके हैं, और इसकी कीमत मुख्यतः भारत-पाकिस्तान मुकाबलों के कारण है। पाकिस्तान से मैच न होने पर ब्रॉडकास्टर्स को भारी नुकसान हो सकता है, जिससे BCCI की विश्वसनीयता पर भी असर पड़ सकता है।

क्या भारत-पाकिस्तान मुकाबला होगा?

BCCI भले ही पाकिस्तान से खेलने का समर्थन कर रहा हो, लेकिन इस मामले में अंतिम निर्णय सरकार को लेना है। बोर्ड अधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार कहेगी कि पाकिस्तान से नहीं खेलना है, तो उन्हें बायकॉट करना पड़ेगा। फिलहाल सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है।

क्या सरकार बायकॉट का निर्णय लेगी?

भास्कर ने खेल मंत्रालय से संपर्क किया, और मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक कोई सरकारी निर्देश नहीं आया है। हालांकि, चुनावी माहौल में सरकार पर दबाव बढ़ सकता है कि भारत-पाकिस्तान मैच न होने दिया जाए। ऐसे में, हो सकता है कि भारतीय टीम एशिया कप में खेले और ऐन मौके पर पाकिस्तान का बायकॉट कर दिया जाए।

एशिया कप के इतिहास में बायकॉट

एशिया कप में बायकॉट के दो महत्वपूर्ण उदाहरण रहे हैं:

  1. 1986 में भारत ने एशिया कप का बायकॉट किया था, लेकिन इसका कारण पाकिस्तान से खराब रिश्ते नहीं थे। उस समय भारत और श्रीलंका के रिश्ते ठीक नहीं थे, और इसी वजह से भारत ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया।

  2. 1990-91 में पाकिस्तान ने भारत में हुए चौथे एशिया कप का बायकॉट किया था, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते उस समय खराब थे।