पेरिस, 28 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय दल ने शनिवार को पेरिस में 33वें ओलंपिक खेलों (33rd Olympic Games in Paris) में अपने अभियान की शुरुआत खेलों में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल करने की उम्मीद के साथ की, जो देश द्वारा टोक्यो में जीते गए सात पदकों को पीछे छोड़ देगा।
उस महत्वपूर्ण दिन पर जब शीर्ष पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचकर पदक की उम्मीदें बरकरार रखीं, आईएएनएस ने यह जानने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष और महान एथलीट डॉ. पीटी उषा से मुलाकात की। जब वह प्रतिस्पर्धा कर रही थी तब से दृश्य कैसे बदल गया है। अंश:
आईएएनएस: जब आपने एक एथलीट के रूप में खेलना शुरू किया था और तब से अब में आप अंतर (समर्थन/एक्सपोज़र) कैसे देखते हैं?
पीटी उषा (P T Usha) : मेरे समय और अब की कोई तुलना नहीं है। मैंने अपने कोच को अपने साथ रखने का प्रबंध किया। अन्यथा, मेरे लिए तो कोई एक्सपोज़र ही नहीं था। देखिये अगर मुझे यूरोप के बाहर 3-4 रेस मिल जाती तो मैं पदक जीत सकती थी । अनुभव और एक्सपोज़र की कमी के कारण ही मैं पदक से चूक गई। तो अब देखिए पिछले 10 सालों में खिलाड़ियों को काफी सुविधाएं मिल रही हैं।
आईएएनएस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत अब सरकारी समर्थन पर आपके विचार?
पीटी उषा: सरकार एक्सपोज़र पर बहुत पैसा खर्च कर रही है। और विदेशी कोच, फिजियो और मालिश करने वाले, जो कुछ भी वे चाहते हैं, वे प्रदान कर रहे हैं। और इसीलिए हमें परिणाम मिल रहे हैं।’
एशियाई खेलों में, हम 76 पदकों से सुधरकर 107 हो गए। अब (पेरिस में) हम टोक्यो से अधिक पदकों की उम्मीद कर रहे हैं। तो अब आईओए की तरफ से जिन भी खिलाड़ियों को जरूरत है हमने उनका समर्थन किया है।’
आईएएनएस: यहां पेरिस में भारतीय एथलीटों को आप कोई संदेश देना चाहेंगी ?
पीटी उषा: यहां भारतीय एथलीटों के साथ खेल विज्ञान डॉक्टरों की एक बहुत अच्छी टीम है। स्लीप थेरेपी और मानसिक कल्याण टीम उनके साथ है। इसलिए अब उन्हें अपने इवेंट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करना चाहिए। अगर वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे तो मुझे उम्मीद है कि उन्हें और पदक मिलेंगे।’
आईएएनएस: उद्घाटन समारोह पर आपके विचार?
पीटी उषा: उद्घाटन समारोह अच्छा था. लेकिन समस्या केवल यह है कि यह सब खिलाड़ियों के लिए है। इसलिए उन्हें खिलाड़ियों को अधिक महत्व देना चाहिए था।’ वे कल ऐसा नहीं कर सके क्योंकि हम खिलाड़ियों को केवल 5-10 सेकंड के लिए ही देख सके। तो, यही एकमात्र बदलाव है जो मैं देख सकी। नहीं तो ठीक था और खूब बारिश भी हुई।