दिल्ली: भारत (Team India) और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे दिल्ली टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने मजबूत पकड़ बना ली। भारत ने पहली पारी 518/5 पर घोषित की और फिर विंडीज के 4 विकेट चटका दिए। इस दिन का सबसे बड़ा आकर्षण रहे कप्तान शुभमन गिल, जिन्होंने नाबाद शतक लगाकर न सिर्फ भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि व्यक्तिगत रूप से कई बड़े रिकॉर्ड भी तोड़े।
शनिवार को गिल ने टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम को पीछे छोड़ते हुए औसत और शतक दोनों मामलों में बढ़त हासिल कर ली। वहीं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भी शुभमन अब भारत के टॉप स्कोरर बन गए हैं। आइए नजर डालते हैं गिल की बड़ी उपलब्धियों पर:
शुभमन गिल ने अब तक 39 टेस्ट मैचों में 43.47 की औसत से 2826 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक शामिल हैं। बाबर आजम ने 59 टेस्ट में 42.77 की औसत से 4235 रन बनाए, लेकिन उनके खाते में 9 शतक ही हैं।
गिल ने बाबर से 20 मैच कम खेलकर ज्यादा शतक बना लिए हैं। गिल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 269 रन है, जबकि बाबर का 196 रन। हालांकि अर्धशतक के मामले में बाबर (29) गिल (8) से आगे हैं।
गिल अब WTC में भारत के लिए सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने इस फॉर्मेट में अब तक 10 शतक लगाए हैं, जबकि रोहित शर्मा 9 शतकों के साथ दूसरे नंबर पर खिसक गए।
शुभमन गिल ने 2025 में बतौर कप्तान पांचवां टेस्ट शतक जड़कर विराट कोहली की बराबरी कर ली। विराट ने 2017 और 2018 में एक-एक साल में 5-5 टेस्ट शतक लगाए थे।
गिल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इतिहास में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 71 पारियों में 2826 रन बनाए हैं, जबकि ऋषभ पंत (2731 रन, 67 पारियां) और रोहित शर्मा (2716 रन, 69 पारियां) उनसे पीछे रह गए।
शुभमन गिल ने कप्तान के तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बने। उन्होंने यह मुकाम महज 17 पारियों में हासिल किया। सुनील गावस्कर और विराट कोहली ने 15-15 पारियों में यह आंकड़ा पार किया था।
गिल ने बतौर कप्तान 12 पारियों में 5वां टेस्ट शतक लगाया। इस उपलब्धि के साथ वे दुनिया के तीसरे सबसे तेज 5 शतक लगाने वाले कप्तान बन गए हैं। उनसे आगे केवल एलिस्टर कुक (9 पारियां) और सुनील गावस्कर (10 पारियां) हैं।
शुभमन गिल ने दिल्ली टेस्ट में न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी से भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि व्यक्तिगत रूप से कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए। बाबर आजम और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ने के साथ उन्होंने खुद को टेस्ट क्रिकेट में एक मजबूत और भरोसेमंद कप्तान बल्लेबाज के तौर पर स्थापित कर लिया है।