नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) , एक ऐसा नाम जिसने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया — अब रेड बॉल क्रिकेट से हमेशा के लिए दूर हो गया है। उनके अचानक संन्यास ने फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स को हैरानी में डाल दिया है। लेकिन अब एक रिपोर्ट ने इस फैसले के पीछे की बड़ी वजह को उजागर कर दिया है।
दैनिक जागरण और टेलीग्राफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई की ओर से विराट को स्पष्ट रूप से संकेत दे दिए गए थे कि वे अब टेस्ट टीम की प्राथमिक योजनाओं में फिट नहीं बैठ पा रहे हैं। बोर्ड ने भले ही रिटायरमेंट का अनुरोध नहीं किया, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया गया था कि उनकी जगह टीम में अनिश्चित हो चुकी है।
कोहली ने पहले ही एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें कभी लगेगा कि वह टीम में योगदान नहीं दे पा रहे हैं, तो वे बिना देरी के संन्यास ले लेंगे। और उन्होंने वादा निभाया।
सूत्रों के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद से कोहली अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने एक साथी खिलाड़ी से यह तक कहा था कि “अब मैं खुद को टेस्ट फॉर्मेट में आगे बढ़ते नहीं देख रहा हूं।” लगातार फॉर्म में गिरावट के बाद उन्होंने खुद को पीछे हटाने का निर्णय लिया।
विराट कोहली ने 2011 से 2025 के बीच 123 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 210 पारियों में 9230 रन बनाए। उनका औसत रहा 46.85, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा नाबाद 254 रन।
कोहली के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। फैंस जहां भावुक हैं, वहीं उन्होंने किंग कोहली को उनके योगदान के लिए सलाम भी किया है। क्रिकेट जगत में यह एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है।