मुंबई, (आईएएनएस)। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग (Maharashtra Health Department) ने मंगलवार को गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के मामलों में वृद्धि की जानकारी दी है। अब तक 193 मरीजों को जीबीएस से प्रभावित होने का पता चला है, जबकि 29 मामलों को संदेहास्पद जीबीएस केस (Gbs case) के रूप में �
राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम में स्वास्थ्य अमले की तैनाती को लेकर सियासत तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय सुधारों की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। विष्णु के सुशासन में राज्य
फिलीपींस के स्वास्थ्य विभाग (डीओएच) ने कहा कि इस वर्ष 1 जनवरी से 16 नवंबर तक डेंगू के 340,860 मामले सामने आए, जो पिछले वर्ष की इसी
राज्य के विभिन्न इलाकों में बीते कुछ दिनों में डेंगू के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। ताजा आंकड़े जो सामने आए हैं वह इस बात का खुलासा करते हैं कि बीते सालों के मुकाबले इस बार डेंगू का प्रकोप कहीं ज्यादा है
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में चिकित्सा के क्षेत्र में जनहित का विशेष रूप से ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य विभाग में जनहित में निर्णय
कोरबा जिले (Korba district) में ग्राम गुरमा की कुमारी विमला और डूमरडीह बलीपुर कोरवा बसाहट निवासी कुमारी मंगला की हुई मृत्यु के संबंध में
प्रदेश में जुलाई से नवंबर तक डेंगू वायरस के पनपने का समय रहता है।
आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों के 800 करोड़ रुपयों का भुगतान अभी बाकी है। ऐसे में रायपुर IMA की आम सभा में डॉक्टरों ने
राज्य की राजधानी भोपाल में 27 और इंदौर में दो के अलावा सागर और नर्मदापुरम में भी दिमागी बुखार के मामले सामने आए हैं। इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है।