साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में 2012 से 2018 तक रात की शिफ्ट में झपकी पर किए गए पायलट स्टडी के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया।