महज चित्रकारी के खाके में इन्हें फिट करना उचित नहीं होगा। ये ऐसे रचनाकार थे जो रंग कैनवास पर, लकड़ियों पर, दीवारों पर भरते भी थे और भावों को अभिव्यक्त करने के लिए मूर्तिकला और साहित्य रचते भी थे।
अकबर हुसैन जो बाद में अकबर इलाहाबादी (Akbar Allahabadi)हो गए, उन्होंने अपनी शायरी में युवाओं की जिंदगी को बहुत ही खूबसूरती से बयां किया है
लेकिन, अगर अहमद फराज एक शायर न होते तो क्या हम प्यार भरी शायरी और बेमिसाल गजलों को सुन पाते।
सीमाओं और जातियों के बंधनों से दूर त्रिलोचन ने ऐसी कृतियां गढ़ी, जिनकी आज भी खूब प्रशंसा होती है
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक, आलोचक, और निबंधकार थे। उनका जन्म 19 अगस्त 1907 को उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था।
रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव (National Ramayana Festival) के समापन पर सुप्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास (Poet Dr. Kumar Vishwas) ने.....
गंभीर रूप से बीमार जाने-माने शायर मुनव्वर राणा (Munnawar Rana) को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।