नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। अगले साल जनवरी में अमेरिका के नए राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप अगर चीनी आयात पर भारी टैरिफ लगाने पर अमल करते हैं, तो एप्पल की ओर से इसका सीधा फायदा भारत को होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एप्पल भारत में अपने आईफोन उत्पादन (iPhone production) में तेजी से वृद्धि कर सकता है, जो अगले दो वर्षों में संभावित रूप से सालाना 30 बिलियन डॉलर से अधिक हो सकता है।
वर्तमान में भारत में एप्पल के आईफोन का उत्पादन मूल्य लगभग 15-16 बिलियन डॉलर सालाना है। ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने के फैसले से एप्पल आईफोन का उत्पादन डबल होने की उम्मीद की जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में अपने कैंपेन के दौरान कहा था कि अगर वह चुनाव में जीत हासिल करेंगे, तो चीनी आयात पर 60 से 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंग। वहीं, दूसरी ओर एप्पल को भारत में पहले से अधिक मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
ट्रंप चीनी आयात पर टैरिफ लगाने जैसा काम इस बार नया नहीं करेंगे। इससे पहले ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान चीनी सामान पर टैरिफ लागू किया था। वहीं, जानकारों का कहना है कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान इस तरह की रणनीति एप्पल के वैश्विक उत्पादन नेटवर्क में भारत की भूमिका को अहम बना सकती है। एप्पल भारत में अपना उत्पादन किस सीमा तक बढ़ाएगा, यह काफी हद तक ट्रंप के आधिकारिक रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद की कार्यवाही पर निर्भर करेगा।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एप्पल की रणनीति सफल होने के लिए, भारत सरकार की भूमिका भी अहम होगी। सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए कि आईफोन का निर्माण वियतनाम जैसे देशों की ओर शिफ्ट न हो, देश में सुधारों को जारी रखना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स में काउंटरपॉइंट रिसर्च का भी जिक्र मिलता है। काउंटरपॉइंट रिसर्च की ओर से कहा गया है कि आने वाले समय में हाई-एंड आईफोन की वैश्विक मांग को लेकर तेजी देखने को मिलेगी। इस बढ़ती मांग के साथ भारत में उत्पादन मूल्य में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है।