मध्य प्रदेश के इन शक्तिपीठों में आज भी घटते हैं चमत्कार, जानें देवी मंदिरों का महत्व

अमरकंटक में स्थित कालमाधव शक्तिपीठ को धार्मिक दृष्टि से बहुत ही पवित्र माना गया है। मान्यता है कि यहां देवी सती का बायां नितंब गिरा था।

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  • Updated On - September 24, 2025 / 12:50 PM IST

भोपाल । शारदीय नवरात्रि (navaratri) का पर्व देशभर में मां दुर्गा और उनकी शक्तियों की उपासना के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान देवी मंदिरों में लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए उमड़ते हैं। मध्य प्रदेश में भी ऐसे कई शक्तिपीठ स्थित हैं, जिन्हें चमत्कारी और अत्यंत पवित्र माना जाता है। इनमें से अमरकंटक क्षेत्र के शक्तिपीठों का विशेष महत्व है, जहां आज भी आस्था से जुड़े चमत्कारों की कहानियां सुनने को मिलती हैं।

अमरकंटक में स्थित कालमाधव शक्तिपीठ को धार्मिक दृष्टि से बहुत ही पवित्र माना गया है। मान्यता है कि यहां देवी सती का बायां नितंब गिरा था। इस स्थान पर देवी को काली रूप में पूजा जाता है और भगवान शिव कालमाधव या असितांग के रूप में विराजमान हैं। नवरात्रि के दिनों में यहां विशेष पूजन, अनुष्ठान, साधना और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है। यह स्थान तांत्रिक साधना के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

इसी क्षेत्र में स्थित नर्मदा शक्तिपीठ को भी उतनी ही पवित्रता और श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। यहां मान्यता है कि माता सती का दायां नितंब गिरा था। देवी नर्मदा या सोनाक्षी के रूप में पूजी जाती हैं और उनके साथ भैरव भद्रसेन के रूप में विराजमान हैं। नवरात्रि के अलावा यहां मकर संक्रांति, शरद पूर्णिमा, रामनवमी और दीपावली पर भी भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

इन दोनों शक्तिपीठों के अलावा भारत-नेपाल सीमा के पास उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के पाटन गांव में स्थित देवीपाटन शक्तिपीठ का भी उल्लेख होता है। हालांकि यह मध्य प्रदेश में नहीं है, लेकिन इसकी मान्यता जुड़ी होने के कारण श्रद्धालु इसे विशेष स्थान मानते हैं। मान्यता है कि यहां माता सती का बायां कंधा वस्त्र समेत गिरा था, इसी कारण इसे देवीपाटन कहा जाता है। नवरात्रि के समय यहां दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

इन शक्तिपीठों से जुड़ी मान्यताओं के अनुसार, आज भी यहां साधना करने वाले भक्तों को चमत्कारिक अनुभव होते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यही कारण है कि नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है, जो आस्था और श्रद्धा के साथ मां के दर्शन को पहुंचते हैं।