अमरावती, 6 जून (आईएएनएस)। जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण और तेलुगू देशम पार्टी (Pawan Kalyan and Telugu Desam Party) के महासचिव नारा लोकेश आंध्र प्रदेश विधानसभा में 81 नए चेहरों (81 new faces in Andhra Pradesh Assembly) में शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायकों में से लगभग आधे पहली बार विधायक बने हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कोटला सूर्य प्रकाश रेड्डी और सुजाना चौधरी भी 175 सदस्यीय विधानसभा में पहली बार विधायक बने लोगों में शामिल हैं।
2019 में दोनों विधानसभा सीटों से हार का सामना करने के बाद पवन कल्याण ने आखिरकार काकीनाडा जिले की पीठापुरम सीट जीतकर विधानसभा में जगह बनाई।
टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश मंगलगिरी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए हैं। पिछले चुनाव में उन्हें भी इसी निर्वाचन क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा था। लोकेश 2014 से 2019 के बीच टीडीपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उस दौरान वह विधान परिषद के सदस्य थे।
आठ भाजपा विधायकों में से चार नए चेहरे हैं। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुजाना चौधरी भी शामिल हैं। सुजाना विजयवाड़ा पश्चिम से निर्वाचित हुई हैं।
वाईएसआरसीपी के पूर्व सांसद के. रघु राम कृष्ण राजू भी विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वह टीडीपी के टिकट पर उंडी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की।
पूर्व मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी के भाई एन किशन कुमार रेड्डी भी पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए हैं।
वहीं भाजपा नेता किरण कुमार रेड्डी को राजमपेट लोकसभा क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा।
लोकम नागा माधवी (नेल्लीमारला), एस. विजयकुमार (येलमनचिली), पंतम नानाजी (काकीनाडा ग्रामीण), देवा वरप्रसाद (रज़ोल) गिद्दी सत्यनारायण (गन्नवरम), बथुला बलरामकृष्ण (राजनगरम), कंडुला दुर्गेश (निदादावोले), बोम्मिदी नारायण नायकर (नरसपुरम) जन सेना से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों में शामिल हैं। वहीं वाईएसआरसीपी के 11 विधायकों में से दो पहली बार विधायक बने हैं।
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