छत्तीसगढ़। काका के नाम से जन लाेकप्रिय भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को 44 प्रतिशत लोग दोबारा मुख्यमंत्री (Chief Minister again) के रुप में देखना चाहते है। वहीं इनकी जनकल्याणकारी योजनाओं की वजह से इनके शासनकाल को 45 प्रतिशत लोगों ने बेहतर बताया है। ऐसे में जाहिर है कि कांग्रेस के दोबारा सत्ता में आने के संकेत मजबूती से मिल रहे हैं। इसका खुलासा हैदराबाद की प्रतिष्ठित संस्थ पीपुल्स प्लस ने अपने व्यापक सर्वे रिपोर्ट में कराया है। इसमें 90 विधानसभा सीटों पर कराए गए सर्वे रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भूपेश बघेल सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण अंचलों में किसानों और छोटे तबकों को काफी लाभ मिला है। इनके जीवन स्तर में आए बदलाव की वजह लोग भूपेश बघेल को ही मानते हैं। उनकी इच्छा है कि दोबारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ताजपोशी हो। इसमें धान के 2500 रुपए समर्थन मूल्य, राजीव गांधी न्याय योजना, गोधन योजना प्रमुख हैं। इसके साथ ही भूपेश की सादगी भरा अंदाज लोगों को काफी भा रहा है।
वैसे सर्वे में भूपेश, रमन सिंह, टीएस सिंहदेव, अरुण साव, ताम्रध्वज साहू, बृजमोहन अग्रवाल के भी सीएम के रूप में लोगों ने अपने-अपने मत दिए है। बहरहाल, इसमें भूपेश को 44 प्रतिशत, पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को 33 प्रतिशत, कांग्रेस के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को 10 प्रतिशत, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव को 5 प्रतिशत, कांग्रेस के मंत्री ताम्रध्वज साहू को 4 प्रतिशत और बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को 2 प्रतिशत सहित अन्य पर 2 प्रतिशत लोगों ने अपने-अपने मत जाहिर किए है।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ में शासन किया था। लेकिन लोगों में बदलाव देखने की इच्छा थी। इसके अलावा उनके कुछ मंत्री के कामकाज को लेकर लोगों में नाराजगी थी। जिसकी वजह से कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई। लेकिन कांग्रेस के बहुमत की सरकार बनवाने में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और साहू समाज में अच्छी पकड़ रखने वाले ताम्रध्वज साहू ने भी भूमिका निभाई थी। सरकार बनी तो ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर टीएस सिंहदेव का नाम सियासी गलियारे में सुनाई देता रहा। लेकिन वक्त के साथ ढाई साल में भूपेश ने तब तक एक जनलोकप्रिय नेता के रूप में खुद को स्थापित कर लिया था। इधर, बीच चुनावी स्मीकरण में टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री के रूप में मौका देकर पार्टी ने एकजूटता का संदेश दिया है। जाहिर तौर पर सत्ता में दोबारा वापसी में अब कांग्रेस की राहें आसान नजर आ रही है। क्योंकि अभी तक भूपेश के चेहरे के अलावा प्रदेश में कोई भी नेता जनलोकप्रिय नजर नहीं आ रहा है। लेकिन परंपरागत BJP सपोटर डॉक्टर रमन को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। जिसमें यह आकड़ा 33 प्रतिशत के आसपास बैठता है। लेकिन नजदीकी चुनावी माहौल पर भले ही परिवर्तन हो जाए। लेकिन वर्तमान में भूपेश बघेल की रेटिंग सबसे ऊपर ही है।
वर्तमान भूपेश सरकार के कामकाज के आंकलन के रिपोर्ट भी सर्वे में आए हैं। इसमें 45 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासनकाल को बेहतर बताया है। इसके अलावा 15 प्रतिशत लोगों ने ठीक बताया है। इसमें 30 प्रतिशत लोगों ने खराब बताया है। वहीं 10 प्रतिशत लोगों ने इस पर कोई मत नहीं दिया है।
भूपेश 44 प्रतिशत, रमन सिंह 33 प्रतिशत, टीएस सिंहदेव10, अरुण साव 5, ताम्रध्वज साहू 4, बृजमोहन अग्रवाल 2 प्रतिशत, अन्य 2 प्रतिशत
अच्छा 45 प्रतिशत, ठीक 15 प्रतिशत, खराब 30, कोई नहीं, 10 प्रतिशत
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